अयोध्या,(ईएमएस)। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में 18 जनवरी को रामलला विग्रह को अपने आसन पर स्थापित कर दिया गया। इसी दौरान ली गई रामलला की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। प्राण प्रतिष्ठा से पहले लीक हुई तस्वीरों को लेकर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ऐक्शन में आ गया है।
ट्रस्ट को शक है कि सोशल मीडिया पर रामलला की जो फोटो वायरल हुई है वह एल एंड टी के अफसरों की तरफ से की गई है। रामलला की फोटो वायरल करने वाले अफसरों पर ट्रस्ट कार्रवाई की तैयारी में हैं। बतादें कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण और डिजाइन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) की तकनीकी सहायता से लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स की तरफ से किया जा रहा है। माना जा रहा है कि कंपनी के किसी ही किसी कर्मचारी या अधिकारी ने फोटो खींचकर वायरल की है। हालांकि फोटो कहां से वायरल हुई है अभी इसकी पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है।
सोशल मीडिया पर रामलला की जो मूर्ति वायरल हो रही है उसका शुक्रवार को अनावरण हो गया है। काले पत्थर से बनी इस प्रतिमा की आंख पर पीले रंग के कपड़ा बांधा गया है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पदाधिकारी शरद शर्मा ने बताया कि रामलला की प्रतिमा की आंखों पर पीला रंग का कपड़ा बंधा है और प्रतिमा को गुलाब के फूलों की माला पहनाई गई है। विश्व हिंदू परिषद ने रामलला की प्रतिमा की तस्वीर जारी की और यह प्रतिमा खड़ी मुद्रा में है। अयोध्या स्थित राममंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भगवान राम की नयी प्रतिमा बृहस्पतिवार अपराह्न में राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रखी गई। मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की प्रतिमा को पिछली रात मंदिर में लाया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे, जिसके अगले दिन मंदिर जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान पहले ही शुरू हो चुके हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और 22 जनवरी को दोपहर 1 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है। मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह से पहले अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को कहा कि रामलला भव्य मंदिर में पधार चुके हैं और 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।