प्रयागराज, (हि.स.)। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकपत्र व प्रमाणपत्र में परीक्षार्थी के नाम, माता-पिता के नाम व जन्मतिथि आदि में संशोधन के लिए जो छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों के चक्कर लगाते थे, वह कागजात यूपी बोर्ड विद्यार्थियों की सुविधा के लिए जिलों में कैंप लगवा रहा है। जिसके अंतर्गत अब तक 3030 लम्बित प्रकरणों में कागजात संलग्न करने की प्रक्रिया पूरी कराई जा चुकी है।
प्रयागराज के जीआसी में शनिवार को लगे कैंप में यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल, क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज की अपर सचिव विभा मिश्रा ने शिविर में अचानक पहुंचकर जायजा लिया और दस्तावेज संकलित करने की प्रक्रिया पूरी कराकर विद्यार्थियों व अभिभावकों से बातचीत की। शीघ्र समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन भी दिया।
प्रयागराज के कैंप में डीआईओएस पीएन सिंह ने बोर्ड के अधिकारियों को पहले दिन निस्तारित किए गए मामलों की जानकारी दी। लंबित प्रकरणों को देखते हुए यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने कैंप दो दिन और बढ़ाने के निर्देश दिए जिससे संशोधन के लंबित प्रकरणों में आवश्यक दस्तावेज कैंप में पूरे करा लिए जाएं। संशोधन के लिए एक ही स्थान पर दस्तावेज संलग्न करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संशोधित अंकपत्र प्रिंट कराकर विद्यार्थियों को विद्यालय के माध्यम से कुछ दिन बाद उपलब्ध कराए जाएंगे।
सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि 12 जून से जिलों में लगाए जा रहे कैंप में अब तक 3030 लम्बित प्रकरणों में आवश्यक कागजात संलग्न करने की प्रक्रिया पूरी कराई जा चुकी है। क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ में 1885, बरेली में 279, वाराणसी में 503, प्रयागराज में 275 एवं क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर में 88 प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है।