गोरखपुर, (हि.स.)। गोरखपुर के नये रेलवे स्टेशन का मॉडल सामने आया है। पांच फोटोग्राफ़्स जारी हुआ है। सभी बहुत ही खूबसूरत हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 07 जुलाई को इसकी आधारशिला रखेंगे।
आकर्षक लग रहे रेलवे स्टेशन मॉडल का सर्कुलेटिंग एरिया फोरलेन की सड़क से जुड़ा हुआ दिख रहा है तो स्टेशन के बाहर छह लेन की सड़क का नक्शा दिखाई दे रहा है। 498 करोड़ की लागत से बनने वाले इस स्टेशन पर कई विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी। साथ ही स्टेशन के भवन में गोरखनाथ मंदिर की छवि भी दिखेगी। इतना ही नहीं, शहर की कलाकृतियां इस भवन की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करेंगी। गोरखपुर जंक्शन को दो वर्ष के भीतर अर्थात् 2025 तक न सिर्फ हाईटेक करने का लक्ष्य है बल्कि एयरपोर्ट की तरह प्री-पेड टैक्सी और ई-रिक्शा पंजीकरण कराने की भी योजना है।
अगले 50 वर्षों का ध्यान रखकर हो रहा निर्माण
गोरखपुर रेलवे स्टेशन को अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर निर्मित किया जायेगा। शायद यही वजह है कि गोरखपुर स्टेशन को नये सिरे से विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। यहां आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को न सिर्फ स्थानीय संस्कृति और वास्तुकला को समझने का मौका मिलेगा बल्कि एयरपोर्ट जैसी सुविधायें भी प्राप्त होंगी।
छह मीटर चौड़ा होगा रूफ प्लाजा
स्टेशन पर 06 मीटर चौड़ा रूफ प्लाजा होगा तो आने जाने के लिए दो अतिरिक्त पैदल पुल, आगमन और प्रस्थान के लिए अलग अलग व्यवस्थायें भी होंगी। स्टेशन के पास ही शॉपिंग मॉल, कामर्शियल ब्लॉक, सेन्ट्रल मॉल और बजट होटल की व्यवस्था की जाएगी।
दिखेगी धार्मिक-अध्यात्मिक छवि
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के साथ काफी छेड़छाड़ नहीं होनी है। वजह अंग्रेजों के जमाने के इस स्टेशन की अपनी ऐतिहासिक पहचान है। लेकिन धार्मिकता और अध्यात्मिकता की पहचान को इसमें समेटने की पूरी गुंजाइश रखी गयी है। गीताप्रेस और गोरखनाथ मंदिर के अलावा चौरीचौरा समेत अन्य कई महत्वपूर्ण स्थलों की छवि यहां देखने को मिलेगी।