– यूपी विधानपरिषद में प्रश्नकाल के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ का वक्तव्य
– सामाजिक असमानता को दूर करने में सहायक होगी शिक्षा में समानता : योगी
– सरकार यूपी बोर्ड में भी लागू कर रही एनसीईआरटी पाठ्यक्रम, स्कूलों का हुआ कायाकल्प : सीएम
– सरकार के प्रयासों का परिणाम सामने है, आरटीई का उद्देश्य पूरा हो रहा : मुख्यमंत्री
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में शिक्षा में समानता लाने के व्यापक प्रयास हुए हैं, जो सामाजिक असमानता को दूर करने में सहायक होगा। यूपी विधानपरिषद में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान डॉ आकाश अग्रवाल के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले सात साल में यूपी में शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास सर्वविदित है। बेसिक शिक्षा परिषद में 1,32,000 विद्यालयों में कायाकल्प अभियान के अंतर्गत इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने का प्रयास हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 40 लाख से अधिक नये बच्चों ने प्रवेश लिया है।
सीएम योगी ने बताया कि सभी बच्चों को बैग, बुक, जूता, मोजा, स्वेटर प्रदान किया जा रहा है। यही नहीं फेज वाइज एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को यूपी बोर्ड में भी लागू करने का प्रयास हो रहा है। आज जब बेसिक शिक्षा परिषद वही पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है तो आवश्यक नहीं कि हम प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को भेजें। मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल और जुलाई में स्कूल चलो अभियान चलाया जाता है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 40 लाख नये बच्चों की वृद्धि ये दिखाती है कि सरकार के द्वारा किये गये प्रयासों का परिणाम सामने आ रहा है और आरटीई का उद्देश्य पूरा हो रहा है। वहीं एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार प्रत्येक छात्र के अभिभावक के बैंक खाते में बैग, बुक, जूता, मोजा, स्वेटर के लिए 1200 रुपए प्रदान किया जाता है।