झांसी से लखनऊ के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस अब लेट नहीं होगी। इस ट्रेन के समय से संचालन के लिए 16 नई बोगी मिल गई है। यानी अब एक की जगह दो ट्रेनें पटरी पर दौड़ेंगी। जाने की अलग और आने की अलग ट्रेन होगी। इससे झांसी-लखनऊ इंटरसिटी के लेटलतीफ होने से छुटकारा मिलेगा। ये ट्रेन अपने तय समय से ही रवाना होगी।
6 घंटे में पहुंचती है लखनऊ
झांसी-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस झांसी रेल मंडल की प्रमुख ट्रेन है। इस ट्रेन से उरई, कानपुर और लखनऊ की तरफ रोजाना सैकड़ों यात्री सफर करते हैं। ये ट्रेन झांसी से सुबह 6 बजे रवाना होती है। मात्र 6 घंटे में यानी दोपहर 12 बजे लखनऊ पहुंच जाती है।
इसके बाद यही ट्रेन शाम 4:40 बजे झांसी के लिए रवाना होती है और रात 10:35 बजे झांसी पहुंचती है। लखनऊ में एक दिन का काम निपटाने वाले लोग इस ट्रेन को समय के लिहाज से मुफीद मानते हैं।
लेट होने के कारण कम हो रही थी लोकप्रियता
कुछ महीनों से इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन लगातार लेट हो रही थी। हालत यह थे कि ट्रेन झांसी से सुबह 6 बजे की जगह 8 बजे, तो कभी 10 बजे लखनऊ के लिए रवाना हो पा रही थी। वहीं लखनऊ से वापसी में रात 2 बजे झांसी पहुंचती थी। लेटलतीफी के कारण यात्री परेशान हो जाते थे और इससे ट्रेन की लोकप्रियता कम हो रही थी।
इसको ध्यान में रखते हुए अब रेलवे को 16 नई बोगी मिल गई हैं। इसमें दो एसी चेयरकार, दो थर्ड एसी, 5 रिजर्व कोच, 5 जनरल कोच व एक एसएलआर कोच है। इसके बाद लखनऊ से झांसी आने वाली इंटरसिटी का अब इंतजार नहीं करना होगा। बल्कि, नई बोगियों में इंजन लगाकर इंटरसिटी बनाकर लखनऊ रवाना कर दिया जाएगा।
समय से रवाना होगी ट्रेन
कोचिंग डिपो मैनेजर राजीव अवस्थी का कहना है कि 16 बोगी की नई रैक मिल गई है। लखनऊ इंटरसिटी के लेट होने पर इसे समय से लखनऊ के लिए रवाना किया जा सकेगा। इससे यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। समय से ट्रेन का संचालन होगा।