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मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद करें ये काम….

 

महाकुम्भ नगर । हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ का महीना 11वां होता है। इस माह में पड़ने वाले व्रत और पर्व का विशेष महत्व है। इनमें मौनी अमावस्या भी शामिल है। इस साल मौनी अमावस्या पर कुंभ में अमृत स्नान का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन स्नान और दान के साथ कुछ खास उपाय करने से पितर प्रसन्न होंगे सनातन धर्म में स्नान और दान के लिए अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। भगवान विष्णु की पूजा के साथ साथ अमावस्या तिथि पितरों के तर्पण और पिंडदान के लिए भी खास कही जाती है। इन सभी अमावस्या तिथियों में मौनी अमावस्या बहुत बड़ी अमावस्या कही जाती है।

माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या और माघी अमावस्या कहा जाता है। मौनी अमावस्या के दिन लोग गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और पितरों को तर्पण करते हैं। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अमृत स्नान के बहुत ही खास संयोग बन रहे हैं।

भगवान विष्णु की विधिपूर्वक उपासना करेंपण्डित अवधेश मिश्र शास्त्री के अनुसार, अमावस्या के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की विधिपूर्वक उपासना करें। इसके बाद श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में या फिर मंदिर में काले तिल का दान जरूर करें। धार्मिक मान्यता है कि तिल का दान करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ में सुख मिलता है।

पितरों का प्रसन्न करने के लिये नदी में स्नान करेंआचार्य राममोहन शुक्ल के अनुसार, आप पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं तो मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करें। इसके बाद एक लोटे में जल और काले तिल ड़ालकर महादेव का सच्चे मन से अभिषेक करें। साथ ही जीवन में सुख.शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही पितृ दोष की समस्या दूर होती है।

काले तिल का दान करेंआचार्य राममोहन शुक्ल के अनुसार, अगर आप कुंडली में शनि दोष की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो मौनी अमावस्या के दिन लोगों में काले तिल का दान करें। ऐसा माना जाता है कि काले तिल का दान कुंडली में अशुभ प्रभाव दूर होते हैं।

मौनी अमावस्या मुर्हूतपंचांग के अनुसारए मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआत 28 जनवरी को रात 07 बजकर 35 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 29 जनवरी को शाम को 06 बजकर 05 मिनट पर होगा। ऐसे में मौनी अमावस्या 29 जनवरी को मनाई जाएगी।

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