नई दिल्ली (ईएमएस)। क्या आप जानते हैं कि मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट के कारण शरीर को कई तरह के नुकसान होते हैं। सारा दिन स्क्रीन पर नजर रहने के कारण आंखें तो खराब होती है इसके अलावा शरीर पर भी इसका असर पड़ता है। शोध की मानें तो क्षेत्र में पिछले 10 सालों की रिसर्च के अनुसार, पाया गया है कि ब्लू लाइट शरीर के लिए खतरनाक है। ब्लू लाइट वह होती है जो फोन, टैबलेट और लैपटॉप जैसे गैजेट्स की स्क्रीन में से निकलती है। इस लाइट के कारण आंखें खराब हो सकती हैं। यह लाइट रेटिना में मौजूद फोटोरिसेप्टर सेल खराब कर सकती है। ये सेल्स शरीर के उन हिस्सों की तरह है जो एक बार खराब हो जाए तो उन्हें दोबारा से जनरेट नहीं किया जा सकता है।
यह ब्लू लाइट मेलाटोनिन के प्रवाह को भी रोकती है। मेलाटोनिन एक हार्मोन होता है जिसके कारण आपको नींद आती है। यही कारण है कि देर रात तक मोबाइल का इस्तेमाल करने वालों को नींद नहीं आती। बहुत ज्यादा ब्लू लाइट के संपर्क में आने के कारण एएमडी की समस्या होती है। मुख्यतौर पर यह दिक्कत 60 साल के बाद होती है लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने के कारण यह दिक्कतें उम्र के पहले होने लगती हैं।
लगातार फोन का इस्तेमाल करने या फिर स्क्रीन टाइम से आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा सिरदर्द की समस्या, कंधे और गर्दन में दर्द, आंखों का लाल होना और सूखना, किसी काम में ध्यान न लग पाना जैसी परेशानियं भी हो सकती हैं। बता दें कि आज के समय में फोन से दूर रहना कोई आसान बात नहीं है। पिछले कुछ दशकों में हर कोई स्मार्टफोन का इतना आदि हो चुका है कि इसके बिना टाइम ही नहीं निकलता।