मेरठ में सोमवार को STF ने आर्मी के फर्जी कर्नल को गिरफ्तार किया है। STF के अनुसार, आरोपी खुद को सेना भर्ती बोर्ड का कर्नल बताकर लोगों से पैसे ठगता था। आरोपी के पास से आई कार्ड के साथ ही दो कैंटीन कार्ड भी बरामद हुए हैं। आरोपी 2003 में सेना से रिटायर होने के बाद ठगी का काम करने लगा। वह सेना में नायक के पद पर था।
लोगों को झांसा देने के लिए फौजी की वर्दी पहनता, अपने साथ कुछ लड़कों को रखता। ये लड़के भी आर्मी यूनिफॉर्म में फर्जी कर्नल के साथ ही रहते। इस तरह सामने वाले पर अपना प्रभाव जमाकर पैसे ऐंठता था। अब तक 45 लाख रुपयों से ज्यादा की रकम ठग चुका है।
ठगी के शिकार कई युवाओं ने पुलिस से इसकी शिकायत की थी। पुलिस ने यह जानकारी STF के साथ शेयर की। इसके बाद STF की टीम ने मुखबिर की सूचना के बाद अरेस्ट किया है। पुलिस फर्जी कर्नल से पूछताछ कर रही है।
1985 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था
STF एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया, फर्जी कर्नल बनकर भर्ती का झांसा देने वाला सत्यपाल 1985 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था। 2003 में नायक एम्टी ड्राइवर की पोस्ट से रिटायर हुआ था। सत्यपाल खुद 10वीं फेल है। इसकी पोस्टिंग मेरठ ,लखनऊ सेंटर, सिक्किम, अमृतसर, श्रीनगर जे&के में रही है। रिटायरमेंट के 3 साल बाद सत्यपाल को पैरालिसिस हो गया था।
इसके बाद सत्यपाल ने पैसा कमाने के लिए यह तरीका निकाला। युवाओं को रौब दिखाकर फंसाता, बाद में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे रकम लेता। सत्यपाल सिंह मेरठ के कसेरु बक्सर थाना गंगानगर का रहने वाला है। यहीं से STF टीम ने उसे पकड़ा है।
एलडीसी क्लर्क भर्ती के नाम पर लिए पैसे
STF एएसपी ने बताया, सत्यपाल ने सुनील यादव, उसकी बहन पूनम कुमारी को फौज में एलडीसी क्लर्क के पद पर भर्ती करने का लालच दिया था। इस भर्ती के लिए सत्यपाल ने सुनील से 16 लाख रुपए 2 साल पहले लिए थे। ये रकम लेकर सत्यपाल ने सुनील उसकी बहन पूनम दोनों के नाम ज्वाइनिंग लेटर मई में दिया था। ज्वाइनिंग लेटर सुनील के घर इस्माइलपुर, बुलंदशहर में स्पीड पोस्ट से भेजा था।
लखनऊ रिक्रूटमेंट ऑफिस हेड क्वार्टर में फर्जी निकला लेटर
लेटर मिलने के बाद पूनम और सुनील 7 मई को ज्वाइनिंग लेटर के अनुसार, लखनऊ रिक्रूटमेंट ऑफिस हेड क्वार्टर 236 एमजी रोड लखनऊ कैंट 2 में जॉइनिंग करने पहुंचे, तो सारा खेल सामने आया। लखनऊ में पता चला कि यह जॉइनिंग लेटर फर्जी है।
मेरठ में 2019 में हो चुका है मुकदमा
सत्यपाल खुद को भारतीय सेना के भर्ती केंद्र का कर्नल बताकर लड़कों को झांसे में लेता। आगे का काम इसका लड़का रजत करता। सत्यपाल पर 2019 में मेरठ में धारा 420,406, 506 मुकदमा भी हो चुका है। सत्यपाल का बेटा रजत, उर्फ देवेंद्र अपने लैपटॉप पर टाइप करके प्रिंट निकलता। यही फर्जी लेटर वो अलग-अलग जगहों से स्पीड पोस्ट करता था।
कर्नल की फर्जी वर्दी, आईडी कार्ड बरामद
फर्जी कर्नल के पास से टीम को 5 ज्वाइनिंग लेटर सेना एलडीसी, 5 स्टांप, प्रिंटर, भारतीय फौज कर्नल की यूनिफॉर्म, फर्जी आईडी कार्ड मिले हैं।