मेरठ (हि.स.)। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों द्वारा तीमारदारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के मामले में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कड़ी कार्रवाई की है। वायरल वीडियो में मारपीट करने वाले तीन जूनियर डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है। जबकि पांच जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है।
किला परीक्षितगढ़ कस्बे के रामनगर मोहल्ला निवासी पांच वर्ष का बच्चा कुणा पुत्र अंकित भावनपुर थाना क्षेत्र के कमालपुर गांव में अपनी फुआ के घर आया था। चारा काटने की मशीन में उसका हाथ आने से अंगूठा कट गया। इसके बाद परिजन सोमवार की देर रात बच्चे को लेकर एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे। वहां पर काफी देर इंतजार करने के बाद भी इलाज शुरू नहीं हुआ। इस पर परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों से बच्चे का उपचार शुरू कराने को कहा। इस पर जूनियर डॉक्टरों और तीमारदारों में कहासुनी होने लगी। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने बच्चे के तीमारदारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जूनियर डॉक्टरों ने महिलाओं को भी पीटा। इस घटनाक्रम का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद प्रिंसिपल डॉ. आरसी गुप्ता और सीनियर डॉक्टर मौके पर पहुंचे।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पूरे मामले का संज्ञान लिया। इंटरनेट प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करके ब्रजेश पाठक ने इस मामले में हुई कार्रवाई की जानकारी दी। इस मामले में प्रिंसिपल डॉ. आरसी गुप्ता ने तीन जूनियर डॉक्टर अभिषेक कुमार वर्मा, डॉ. आदित्य यादव और डॉ. अब्दुल मन्नान को निलंबित कर दिया। पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह में पूरी जांच रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में पांच अज्ञात डॉक्टरों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।