बदायूं, (हि.स.)। महिला मुर्दे के शव से आँख चोरी होने के मामले में मंगलवार को थाना सिविल लाइन में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स व टीम पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस एफआईआर दर्ज कर हिरासत में लिए गए दो डॉक्टर्स से पूछताछ कर रही है।
11 दिसम्बर को मुज़रिया थाना क्षेत्र के रसूला गांव की रहने वाली 20 साल की विवाहिता पूजा की संदिग्ध मौत के बाद मायके वालों ने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम कराया था। अलापुर थाना क्षेत्र के कुतरई गांव के रहने वाले गंगा चरन ने बताया कि जब पुलिस ने उनकी बेटी पूजा का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा था,तब आंखे थी उनके पास फोटो भी है,लेकिन पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद जब वह पूजा के शव अपने गांव कुतरई लेकर पहुंचे तो लोगों ने अंतिम दर्शन करने के मुंह खुलवाया तो पूजा की आंख गायब थी। जिसके बाद गंगा चरण अपने घर वालों के साथ जिलाधिकारी मनोज कुमार से मिले।
जिलाधिकारी के निर्देश पर पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच बताई गई और विवाहिता पूजा के शव का दोबारा पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। दोबारा हुए पोस्टमार्टम के पैनल में एक आई सर्जन भी शामिल किया गया। जिसमें पता चला कि पूजा के शव की एक आंख ही नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करने वाले दो डॉक्टर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी और शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स व टीम पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पूजा की शादी उसके पिता गंगा चरण ने फरवरी 2023 में मुज़रिया थाना क्षेत्र के रसूला गांव के रहने वाले जुगेन्द्र के साथ की थी। शादी के बाद पूजा के ससुराल वाले दहेज में दो लाख रुपये की मांग करते थे। दहेज की मांग पूरा न होने पर ही पूजा की हत्या कर दी गई। वहीं दोबारा पोस्टमार्टम होने के बाद पूजा के मायके वालों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।