कन्नौज (हि.स.)। जनपद की गुरसहायगंज पुलिस ने मुठभेड़ में साइको रेपिस्ट को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी पर चार बच्चों के साथ कुकर्म का आरोप है। इनमें से दो बच्चों की उसने हत्या भी कर दी थी। फर्रुखाबाद और कन्नौज को पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश थी।
पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने शुक्रवार को बताया कि पकड़ा गया आरोपी फर्रुखाबाद के खुदागंज का रहने वाला रामजी वर्मा है। आरोपी ने आठ महीने पूर्व कन्नौज में बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसे मरणासन्न हालत में फेंक दिया था। एसपी ने बताया कि आरोपी हुलिया बदलकर फर्रुखाबाद और कन्नौज में घूम-घूमकर बच्चों की रेकी करता है और फिर मौका पाकर उनके साथ दुष्कर्म जैसी वारदात को अंजाम देकर हत्या कर देता था।
इस तरह हत्थे चढ़ा शातिर
एसपी ने बताया कि गुरुवार रात पुलिस को सूचना मिली कि एक लाख का इनामी आरोपी रामजी वर्मा चोरी-छिपे घूम रहा है। जानकारी मिलते ही गुरसहायगंज कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी की। खुद को घिरा देख शातिर रामजी वर्मा ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की। एक गोली आरोपी के पैर में जा लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। उसे गिरफ्तार करते हुए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पास से पुलिस को तमंचा और कारतूस भी मिले हैं। फिलहाल, पुलिस अधिकारी उससे घटना के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
नाबालिग रहते ही अपराधिक घटनाओं में हो गया था लिप्त
एक लाख का इनामी साइको रेपिस्ट रामजी वर्मा बेहद शातिर है। उसने नाबालिग रहते हुए अपराध जगत में कदम रख दिया था। पहली वारदात फर्रुखाबाद के कमालगंज में 23 फरवरी 2018 की है। यहां पर सात साल का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, तभी लापता हो गया। दोस्त भी कुछ बता नहीं पा रहे थे। परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन फिर मिलने की उम्मीद खो दी। कुछ दिनों बाद बच्चे के घर के पीछे खून से सना बोरा मिला। लोगों की जानकारी पर पुलिस पहुंची। बोरे में से बच्चे का शव मिला। उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। शरीर पर ढेरों घाव थे। चेहरे पर खरोंच के निशान भी मिले। पोस्मार्टम रिपोर्ट में बच्चे के साथ कुकर्म की पुष्टि हुई। इस घटना में पुलिस पड़ताल के दौरान रामजी वर्मा का नाम सामने आया था। पुलिस ने उस पर केस भी दर्ज किया था।
दूसरी वारदात कन्नौज के सदिकापुर में दो मार्च 2018 को होली के दिन छह साल का एक बच्चा लापता हो गया। वह पास की दुकान से पिचकारी लेने गया था। घर लौटते समय रास्ते से अगवा कर लिया गया। दूसरी सुबह बच्चे का शव घर के बाहर बोरी में मिला। उसके शरीर पर भी कई सारे चोट के निशान थे। शरीर से खून भी निकल रहा था। रिपोर्ट में कुकर्म के बाद गला कसकर हत्या की बात सामने आई है। इसमें भी रामजी वर्मा का नाम सामने आया।
तीसरी वारदात गुरसहायगंज में तीन मार्च 2018 को हुई। आरोपी गुरसहायगंज पहुंचा, यहां पर फिर से उसने दरिंदगी की कोशिश की, लेकिन इस बार वो पकड़ा गया।
होली के एक दिन बाद यहां एक बच्ची अपने घर के सामने से गायब हो जाती है। परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे होते हैं, तभी कुछ लोगों को चिल्लाने की आवाज सुनाई देती है। पूछने पर पता चलता है एक लड़का एक छोटी सी बच्ची के साथ खेत में गलत काम करता हुआ पकड़ा गया है। उसने बच्ची के साथ मारपीट भी की है। परिजन और पुलिस दोनों मौके पर पहुंचे। लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने कन्नौज और फर्रूखाबाद जिले के कमालगंज में कुकर्म के बाद की गई दो बच्चों की हत्याओं का जुर्म भी कबूल लिया। इसके बाद साल 2018 में ही पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। इन वारदातों के समय रामजी नाबालिग था। इस कारण उसे जुवेनाइल जेल में रखा गया था। चार साल बाद 2022 में बालिग होने पर आरोपी रामजी को जेल में शिफ्ट कर दिया गया।
जमानत मिलने के बाद कन्नौज में बच्ची को बनाया शिकार
2022 में राम जी जमानत पर बाहर आ गया। जेल से बाहर आते ही इसने कन्नौज में 23 अक्टूबर 2022 को चौथी घटना को अंजाम दिया। लगभग आठ माह पहले गुरसहायगंज थाना क्षेत्र में डाक बंगला गेस्ट हाउस के पीछे 13 साल की बच्ची खून से लथपथ मिली थी। बच्ची तड़प रही थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजन पहुंचे तो जांच शुरू हुई। सीसीटीवी में आरोपी की पहचान रामजी वर्मा के रूप में हुई। पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी। सीसीटीवी में वह बच्ची के साथ बात करते हुए सड़क पर जाता नजर आ रहा था। आरोपी रामजी को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई दिनों तक दबिश दी थी, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं लग सका। आरोपी को पकड़ने के लिए सात नवम्बर 2022 को पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित करते हुए उसे वांटेड करार देते हुए पकड़ने के लिए पुलिस ने पोस्टर जारी किया था।