-वर्ष 2014 में मजदूर हत्याकांड के गवाह को दी थी धमकी
आजमगढ़ (हि.स.)। प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया मुख्तार अंसारी भले ही जेल में बंद है, लेकिन उसके द्वारा गवाहों को डराने धमकाने का सिलसिला थमा नहीं है। ताजा मामला नौ वर्ष पूर्व मजदूर हत्याकांड का है, जिसके एक गवाह को माफिया मुख्तार अंसारी ने धमकी दी है। माफिया धमकी से भयभीत गवाह ने जहां कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है, वहीं सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग भी की है।
उल्लेखनीय है कि आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र के ऐरा कला गांव में 6 फरवरी, 2014 को सड़क निर्माण में लगे बिहार के मजदूर राम इकबाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्तार अंसारी सहित 11 लोग आरोपी बनाए गए थे। मुख्तार अंसारी पर षडयंत्र रचने का आरोप लगा था। इसमें बाद में गैंगस्टर एक्ट का भी मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले की सुनवाई आजमगढ एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है। इस मामले में गवाहों के बयान भी दर्ज हो रहे हैं। इसी मामले में माफिया मुख्तार अंसारी ने एक गवाह को धमकी दी थी। गवाह का नाम गुप्त रखा गया है। मुख्तार अंसारी की धमकी से भयभीत गवाह ने शहर कोतवाली में माफिया मुख्तार के खिलाफ तहरीर दिया, वहीं सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने गुरुवार को बताया कि आजमगढ़ के तरवा थाना क्षेत्र में वर्ष 2014 में हुए मजदूर हत्याकांड का केस न्यायालय में विचाराधीन है। थाना कोतवाली पर सूचना प्राप्त हुई कि प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा उक्त केस के गवाहों को धमकाने का प्रयास किया जा रहा है। इस सूचना पर शहर कोतवाली में एफआईआर नंबर 384 /23 धारा 506 आईपीसी पंजीकृत दर्ज कर विवेचना की जा रही है। गवाहों की सुरक्षा पूर्ण रूप से सुनिश्चित की गई है और माफियाओं के विरुद्ध विचाराधीन के सेस में प्रभावी पैरवी कर सजा कराने के लिए जो विशेष सेल गठित किया गया है, उसके द्वारा प्रभावी पैरवी कर जल्द ही इन केस में सजा कराई जाएगी।