मीरजापुर, (हि.स.)। मीरजापुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जहां गत 13 जुलाई को गंगा का जलस्तर 63 सेंटीमीटर दर्ज किया गया वहीं तीन दिन बाद यह बढ़कर 67 मीटर के पार चला गया। रविवार को सुबह 10 बजे तक 67.02 मीटर गंगा का जलस्तर दर्ज किया गया। मीरजापुर में गंगा जलस्तर का चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर व खतरा बिंदु 77.724 मीटर है।
प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक नदी के जलस्तर में 1.375 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ोत्तरी हो रही है। यही हाल रहा तो आगामी 10 दिन में चेतावनी बिंदु तक जलस्तर पहुंच सकता है। अगर ऐसा हुआ तो तटवर्ती व निचले इलाके डूब जाएंगे। ऐसे में लोगों को बाढ़ का भय सताने लगा है।
वर्ष 2021 में गंगा का जलस्तर 78.400 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि वर्ष 2022 में भी 78.00 मीटर तक जलस्तर दर्ज किया गया था। गंगा जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत अब जनपद के निचले इलाकों के लोगों में चिंता बढ़ने लगी है। बाढ़ से हर वर्ष सदर व चुनार तहसील के करीब 200 से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं। यहां तक कि कई गांवों में आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। हर वर्ष यह देखने को मिलता है कि जनपद के निचले इलाके जब पानी से पूरी तरह से घिर जाते हैं तो लोग अपने सामान को छतों पर रख लेते हैं। कई परिवार तो छत पर ही शरण ले लेता है। हालांकि जरूरत के सामान पहुंचाने के लिए प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था की जाती है। इस बार भी बाढ़ की संभावना के दृष्टिगत 38 बाढ़ चैकियों की स्थापना की गई है।
बाढ़ से संबंधित सूचना के लिए 05442-256357 पर करें फोन
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि संभावित बाढ़ के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय में बाढ़ कंट्रोल रुम की स्थापना की गई है। यह 24 घंटे कार्य करेगा। कंट्रोल रुम का दूरभाष संख्या 05442-256357 है, जिस पर कोई भी नागरिक फोन कर बाढ़ से संबंधित जानकारी दे सकता है और मदद भी मांग सकता है।