लखनऊ (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी मिशन 2024 का लक्ष्य हासिल करने के लिए बड़े पैमाने पर नये चेहरों को संगठन में समायोजित करेगी। इसके लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश में जिलाध्यक्षों के बदलाव की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश संगठन द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों ने जिलों में जाकर जिला अध्यक्षों के दावेदारों के नामों का पैनल तैयार कर लिया है। अधिकांश पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल को सौंप दी है। कुछ जिलों के पर्यवेक्षक एक दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे। क्योंकि आज जिलाध्यक्षों के दावेदारों के नामों का पैनल सौंपने का अंतिम दिन है।
पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के हिसाब से भाजपा के 70 फ़ीसदी जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे। भाजपा के जो जिलाध्यक्ष दो या इससे ज्यादा कार्यकाल पूरा कर चुके उनका हटना तय है। इसके अलावा जिन जिलाध्यक्षों के बारे में प्रदेश नेतृत्व को शिकायतें मिली हैं उनका हटना तय है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ महानगर के जिलाध्यक्षों के नामों पर अंतिम मुहर दिल्ली से लगेगी। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट सौंपने के बाद प्रदेश की कोर कमेटी जिलावार जिलाध्यक्षों के नामों पर चर्चा करेगी। इसके बाद जिलाध्यक्षों की घोषणा की जायेगी।
जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद क्षेत्रीय कमेटी का पुनर्गठन होगा। भाजपा ने क्षेत्रीय अध्यक्षों की तो घोषणा कर दी है लेकिन अभी उनकी टीम घोषित नहीं की गयी है। जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद क्षेत्रीय टीम का गठन होगा।
वहीं जिलाध्यक्षों के दावेदार अपनी पैरवी के लिए पार्टी के बड़े नेताओं का चक्कर लगा रहे हैं। आज-कल बड़ी संख्या में लोग भाजपा प्रदेश कार्यालय में जुट रहे हैं। भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल इन दिनों लखनऊ में हैं। वह कार्यालय में रहकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं।