सीएम योगी की पहल पर 27 से 29 तक अक्टूबर तक चलेगा श्रीअन्न महोत्सव
पहले दिन छह, दूसरे दिन पांच और आखिरी दिन सात मंडल के प्रगतिशील किसान होंगे शामिल
हर जनपद से हिस्सा लेंगे 50 किसान, 10 तकनीकी कर्मचारी व एफपीओ के 10 प्रतिनिधि
लखनऊ। योगी सरकार श्रीअन्न (मिलेट्स) पर काम करने वाले किसानों का सम्मान करेगी। योगी सरकार मिलेट्स वर्ष के अंतर्गत किसानों को प्रोत्साहित भी कर रही है। इसी क्रम में कृषि कुंभ 2.0 के पूर्व 27 से 29 अक्टूबर तक लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय श्री अन्न महोत्सव व राज्य स्तरीय मिलेट्स कार्यशाला होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ इसका शुभारंभ करेंगे। पहले दिन छह मंडल, दूसरे दिन पांच मंडल व तीसरे दिन सात मंडल के किसान इसमें हिस्सा लेंगे। साथ ही इसमें कृषि विश्वविद्यालयों व दो कॉलेज के शिक्षक- बच्चे भी हिस्सा लेंगे।
हर जनपद से 50 प्रगतिशील किसान लेंगे हिस्सा
त्रिदिवसीय महोत्सव के जरिए योगी सरकार प्रगतिशील किसानों को जहां सम्मानित करेगी, वहीं मिलेट्स उत्पादों के लिए अन्य किसानों को प्रेरित भी करेगी। सरकार महोत्सव के माध्यम से मिलेट्स फसलों के उत्पादन, उपभोग, विपणन, निर्यात आदि के बारे में भी जागरूक करेगी। सम्मेलन में हर मंडल के प्रत्येक जनपद से 50 प्रगतिशील किसान, कृषक उत्पादक संगठन के 10 प्रतिनिधि व 10 प्राविधिक सहायक हिस्सा लेंगे।
35 एफपीओ को सीड मनी के लिए दिया जाएगा प्रमाणपत्र
राज्य स्तरीय कार्यशाला में 35 एफपीओ को सीड मनी के लिए प्रमाण पत्र दिया जाएगा। सीएम हर एफपीओ को प्रति इकाई 4 लाख रुपये प्रदान करेंगे। साथ ही मिलेट्स आधारित प्रसंस्करण संयंत्र लगाने वाली सरकारी संस्थाओं को भी अनुदान राशि दी जाएगी। यहां श्रीअन्न के उत्पादों के 40 स्टॉल भी लगेंगे। इसमें एफपीओ, प्रतिभागी व मिलेट्स पर काम करने वाली कंपनियों के स्टॉल लगेंगे। इसके जरिए लोग मिलेट्स उत्पादों के फायदों से भी अवगत होंगे।
पहले दिन लखनऊ तो आखिरी दिन गोरखपुर के किसान करेंगे प्रतिभाग
त्रिदिवसीय श्रीअन्न महोत्सव में सभी 18 मंडल के किसान हिस्सा लेंगे। लखनऊ समेत छह मंडल के किसान पहले दिन तो गोरखपुर समेत 7 मंडल के किसान आखिरी दिन यहां प्रतिभाग करेंगे।
तारीख व प्रतिभागी मंडल के किसान
27 अक्टूबरः लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, बस्ती, आजमगढ़ व देवीपाटन मंडल
28 अक्टूबरः सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, आगरा व मुरादाबाद
29 अक्टूबरः गोरखपुर, बरेली, वाराणसी, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज व मीरजापुर