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‘मिचौंग’ के मद्देजनर नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स की 18 टीमें तैनात, तेलुगु भाषाई राज्यों में रेड अलर्ट

हैदराबाद  (हि.स.)। चक्रवात ‘मिचौंग’ से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत अन्य राज्यों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है।

तूफान के पांच दिसंबर को नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट पर टकराने का अनुमान है। इससे 80-90 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा बहने की संभावना है जिसमें 100 किमी प्रति घंटे तक की झोंके आ सकती हैं।

दोनों तेलुगु भाषा राज्य में आज सुबह से ही कई जिल्लोबमें तेज बारिश हो रही है और तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों में कई पेड़ उखड़ गए हैं। तेज हवा की वजह से कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है। आंध्र प्रदेश के आठ जिलों तिरूपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाडा को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक यानी 7 दिसंबर तक चक्रवात और खतरनाक रूप अख्तियार करेगा और इसके बाद शांत होगा.

चक्रवात मिचौंग के मद्देनजर अधिकारियों ने राज्य के तट पर उचित कदम उठाए हैं। तटीय आंध्र जिला में निवास कर रहे लोगों को सतर्क रहने और जब तक जरूरी न हो बाहर न निकलने को कहा जा रहा है। विजयवाड़ा में सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है। अब मिचौंग तूफान के असर को देखते हुए अधिकारियों ने हाई अलर्ट की घोषणा कर दी है। आंध्र प्रदेश सरकार ने आज सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है।

कृष्ण जिला अधिकारी ने बताया कि मंगिनापुडी बीच में समुद्र 100 मीटर तक ऊपर आ गया है। अधिकारियों ने यातायात रोक दिया है। तूफान के कारण तेज लहरें उठ रही हैं। कोडुरु बसवन्ना पालम में समुद्र की लहरें तटबंध से टकरा रही है। उनका कहना है कि नागयालंका, कोडुरु और अवनिगड्डा जैसे सीमावर्ती इलाके खतरे के क्षेत्र में है।

एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल रखा है। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स की 18 टीमें तैनात की गई हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पुदुचेरी के लिए 10 अतिरिक्त टीमों को रिजर्व में रखा गया है।

दूसरी ओर आंध्र प्रदेश सरकार ने चक्रवात प्रभावित जिलों के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त किए हैं। विशेष अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई जानमाल का नुकसान न हो।

आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने ताडेपल्ली स्थित कैंप कार्यालय में तूफान को लेकर 8 जिला कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। तूफान के दौरान सभी सरकारी तंत्र सतर्क रहें। सीएम ने कहा कि हमें हुदहुद जैसे बड़े तूफान देखने का अनुभव है। उन्होंने कहा कि हमारे सिस्टम को चक्रवातों से निपटने का अच्छा अनुभव है। अधिकारियों को तूफान को लेकर सतर्क रहने और तंत्र के प्रति गंभीर रहने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि इसके कल शाम बापटला के पास पहुंचने की संभावना है। 110 किमी प्रति घंटा बताया जा रहा है कि तेज हवा चलने की भी संभावना है। सीएम ने कहा कि जिलाधिकारियों को धनराशि पहले ही जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन व्यय के लिए प्रत्येक जिले को दो करोड़ रुपये की दर से धनराशि उपलब्ध कराने का आदेश पहले ही दिया जा चुका है। प्रत्येक जिले के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है। सीएम ने कहा कि वे जिला प्रशासन के साथ राहत प्रयासों की भी निगरानी करेंगे.

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