पीएम मोदी और सीएम योगी के डिजिटल महाकुम्भ का संकल्प हुआ साकार
एआई बेस्ड कैमरे, चैटबॉट, साइबर थाना और गूगल नेविगेशन बने टर्निंग पॉइंट
महाकुम्भनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाकुम्भ से ठीक एक माह पहले तीर्थराज आकर दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम का शंखनाद कर दिया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने डिजिटल महाकुम्भ के अपने संकल्प को भी साकार किया। पीएम मोदी ने के मार्गदर्शन और सीएम योगी के नेतृत्व में महाकुम्भ पहला ऐसा बड़ा आयोजन होने जा रहा है, जहां डिजिटलाइजेशन का व्यापक पैमाने पर उपयोग हो रहा है। खास तौर पर श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं में डिजिटल को विशेष महत्व दिया जा रहा है।
डिजिटल सुविधा
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 11 भाषाओं में श्रद्धालुओं की मदद करने वाले एआई चैटबॉट को लॉन्च किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के विरासत और विकास के विजन को यह कुम्भ सहायक साकार करेगा।
इसके साथ ही देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी यह कारगर साबित होने जा रहा है। एआई जेनरेटिव चैटबॉट नेवीगेशन, पार्किंग व रुकने के स्थान समेत हर जानकारी बस कुछ पल में उपलब्ध करा देगा।
डिजिटल स्वास्थ्य
श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिहाज से देश में पहली बार महाकुम्भनगर में हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा डॉक्टरों और मरीजों के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संवाद स्थापित करने में सहयोग करेगा। योगी सरकार की इस नई पहल से एआई मरीजों की इंटेंसिव केयर में भी मददगार साबित होगा। महाकुम्भनगर में बने अस्थाई अस्पतालों में आने वाले मरीजों के साथ डॉक्टर्स के संवाद में भाषा किसी प्रकार की बैरियर नहीं बनेगी। एआई 22 रीजनल व 19 इंटरनेशनल लैंग्वेज को समझकर डॉक्टर्स को मरीज की बात समझा सकेगा। जिससे महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिलने वाली है।
डिजिटल सुरक्षा
प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल महाकुम्भ के विजन को सीएम योगी आदित्यनाथ ने साकार किया है। इस बार महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से ऐसा साइबर थाना तैयार किया गया है, जो एआई, डार्क वेबसाइट और सोशल मीडिया स्कैमर्स से बचाने में सक्षम है।महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए योगी के योद्धा पूरी तरह से तैयार हैं।
एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल का किसी प्रकार से दुरुपयोग इस बार नहीं हो सकेगा। साथ ही ठगों के फर्जी लिंक के सभी हथियार बेकार कर दिए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के चुनिंदा एक्सपर्ट की टीम महाकुम्भनगर पहुंच चुकी है। इसके अलावा 2750 सीसीटीवी कैमरा और आई ट्रिपल सी के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा सकेगी। साथ ही टीथर्ड ड्रोन से भी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।