-दस हजार से अधिक नियमित गाड़ियां यात्रियों की सेवा में संचालित होंगी
-तीन हजार से अधिक विशेष गाड़ियों का भी किया जाएगा संचालन
प्रयागराज । महाकुम्भ के सफल आयोजन के लिए भारतीय रेलवे विशेष रूप से उत्तर मध्य रेलवे ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। महाकुम्भ के दौरान उत्तर मध्य रेलवे 13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन करेगा। इन ट्रेनों में 10,000 से अधिक नियमित गाड़ियां यात्रियों की सेवा में होंगी। इसके अलावा, 3,000 से अधिक विशेष गाड़ियां चलाई जाएंगी। विशेष ट्रेनों में 2000 आउटवर्ड गाड़ियां होंगी (जिन्हें आयोजन से बाहर जाने के लिए संचालित किया जाएगा), जबकि 800 इनवर्ड गाड़ियां (वापसी की यात्रा के लिए) होंगी।
एनसीआर के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि इस आयोजन के दौरान, रेलवे का उद्देश्य लाखों श्रद्धालुओं को सुगम, सुरक्षित और कुशल यात्रा सुविधा प्रदान करना है। ताकि वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंचकर इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बन सकें।
रिंग रेल मेमू सेवा का परिचालनमहाकुम्भ के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रिंग रेल मेमू सेवा शुरू की जाएगी। यह सेवा अयोध्या, काशी और चित्रकूट जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा को सहज और सुगम बनाएगी। तीर्थयात्रियों को इस सेवा के माध्यम से बिना किसी परेशानी के सीधी यात्रा का अनुभव मिलेगा।
2013 महाकुम्भ की तुलना में अधिक ट्रेनों का संचालनमहाकुम्भ 2013 में भारतीय रेलवे ने कुल 1,122 विशेष गाड़ियों का संचालन किया था, जबकि महाकुम्भ 2025 के लिए विशेष गाड़ियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, जिससे यात्रियों को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त ठहरावमहाकुम्भ के दौरान भीड़भाड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने के लिए, 23 जोड़ी (कुल 46 ट्रेनों) को प्रयागराज और नैनी जंक्शन पर अतिरिक्त ठहराव दिया जाएगा। यह पहल तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक और आरामदायक बनाएगी।