-करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर लिया गया ऐतिहासिक निर्णय
–महत्वपूर्ण पर्व पर नहीं खुलेगा मंदिर
महाकुम्भ नगर । अमृत स्नान महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सम्भावित भीड़ की सुरक्षा को लेकर श्री बड़े हनुमान जी का शिखर दर्शन कराने का निर्णय लिया गया है। महाकुम्भ के तीनों अमृत स्नान पर्व पर मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। यह निर्णय बड़े हनुमान जी की प्रेरणा से लिया गया है।
यह जानकारी रविवार को मंदिर के श्री महंत बलबीर गिरि महाराज ने दी। उन्होंने महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं से अपील किया है कि श्रद्धालु अमृत स्नान करने के बाद अपने सामान को सुरक्षित अपने साथ लेकर और अपने जूते चप्पल, अपनी पोटली अथवा बैग में सुरक्षित रखकर ही मंदिर परिसर में प्रवेश करें और शिखर दर्शन करते हुए अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाए। वे अपने बच्चों, परिवार समेत एक साथ मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे और शिखर दर्शन करके अपने घर के लिए रवाना हो जाएंगे।
श्री महंत बलवीर गिरि महाराज ने बताया कि तीर्थराज प्रयागराज में अमृत स्नान महाकुम्भ 13 से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। जिसमें तीन महत्वपूर्ण अमृत स्नान होगा। पहला 14 जनवरी मकर संक्रांति, दूसरा 29 जनवरी मौनी अमावस्या एवं तीसरा 3 फरवरी बसंत पंचमी को आयोजित होगा। इन अमृत स्नान के मौके पर शुभ अवसर पर करोड़ों की संख्या में भक्तगण आएंगे। जिसमें बुजुर्ग, महिला,बच्चे सभी स्नान करने के बाद सभी भक्त श्री बड़े हनुमान जी का दर्शन करना चाहते हैं। ऐसे मौके पर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर और श्री बड़े हनुमान जी के प्रेरणा से यह निर्णय लिया गया है कि मंदिर के अन्दर प्रवेश नहीं दिया जाएगा और शिखर दर्शन कराकर श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गन्तव्य को रवाना कर दिया जाएगा।