प्रयागराज । मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के महाकुंभ में स्नान करने का अनुमान है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कौन-कौन से ऐसे देश हैं, जिनकी आबादी 10 करोड़ है, तो बता दें, दुनिया के सिर्फ दो देश डीआर कांगो और वियतनाम ही ऐसे हैं, जिनकी जनसंख्या 10 करोड़ है। दुनिया की जनसंख्या का लेखा-जोखा रखने वाली वेबसाइट के मुताबिक डीआर कांगो की आबादी जहां 10 करोड़ 92 लाख है, वहीं वियतनाम की जनसंख्या 10 करोड़ 9 लाख है। दुनिया में ईरान, तुर्की, जर्मनी, थाईलैंड, यूनाइटेड किंगडम, तंजानिया और फ्रांस जैसे देश ऐसे हैं, जिनकी आबादी 10 करोड़ से कम है। ईरान की आबादी जहां 9 करोड़ 15 लाख के आसपास है, वहीं तुर्की की जनसंख्या 8 करोड़ 74 लाख है। इसी तरह जर्मनी की आबादी 8 करोड़ 45 लाख है। थाईलैंड की बात करें तो यहां की जनसंख्या 7 करोड़ 16 लाख है।
यूनाइटेड किंगडम की आबादी 6 करोड़ 91 लाख है। तंजानिया और फ्रांस की जनसंख्या भी क्रमश: 6 करोड़ 85 लाख और 6 करोड़ 65 लाख है। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर जो 10 करोड़ की डुबकी लगने जा रही है, वह उन 10 देशों के बराबर है जिनकी आबादी महज 1 करोड़ है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है क्यूबा का। इस देश की आबादी 1 करोड़ 9 लाख के आसपास है। इसी तरह होंडुरस की जनसंख्या भी 1 करोड़ 8 लाख है। चेक रिपब्लिक, स्वीडन, तजाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, पुर्तगाल, अजरबैजान, ग्रीस और हंगरी आदि ऐसे देश हैं जिनकी आबादी या तो 1 करोड़ है या इसके आसपास है, इसलिए इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि महाकुंभ में आज जुटने वाली 10 करोड़ की भीड़ दुनिया के इन 10 देशों की आबादी के बराबर है।