वाराणसी । प्रयागराज महाकुंभ के समयावधि में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नियमों में बदलाव किया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने आरती और भोग का नया शेड्यूल जारी किया है। महाकुंभ के दाैरान दरबार में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए, जहां सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान दिया गया है।
वहीं, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाशिवरात्रि पर रात्रि में मंदिर का कपाट नहीं बंद करने का निर्णय लिया गया है। महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती 2:15 बजे से 3:15 बजे तक होगी। मध्याह्न भोग आरती 11:35 बजे से 12:15 बजे तक होगी। बाबा की सप्तऋषि आरती,श्रृंगार भोग आरती,शयन आरती नहीं होगी। मंदिर न्यास के अनुसार महाशिवरात्रि पर रात्रि 11 बजे से अगले दिन प्रात:6.30 बजे तक चार पहर की आरती होगी। मंगलाआरती के अगले दिन प्रात:काल मंगलाआरती नही होगी। महाकुंभ के शुरूआत पौष पूर्णिमा पर दरबार में मंगलाआरती के समय में भी बदलाव किया गया है।
महाकुंभ के पहले दिन 13 जनवरी से आखिरी दिन 26 फरवरी तक मंगलाआरती रात 2.45,मध्यान्ह भोग आरती पूर्वांह 11.35, सप्तऋषि आरती सायंकाल सात बजे,श्रृंगार भोग आरती रात्रि 8.45,शयन आरती रात्रि 10.30 बजे होगी। मंदिर न्यास के अनुसार यह व्यवस्था सोमवार,पूर्णिमा,महाशिवरात्रि के अतिरिक्त दिनों के लिए की गई है। मंदिर में महाकुंभ के दौरान सोमवार 20,27 जनवरी,03,10,17,24 फरवरी को मंगला आरती रात 2.45,मध्यान भोग आरती पूर्वांह 11.35,सप्तऋषि आरती सायंकाल सात बजे,श्रृंगार भोग आरती रात्रि 09 बजे,शयन आरती रात्रि 10.45 पर होगी। दरबार में पौष पूर्णिमा पर मंगलाआरती 2.45,मध्यान भोग आरती पूर्वांह 11.35, सप्तऋषि आरती सायंकाल 06.15 पर होगी। इसी तरह श्रृंगार भोग आरती रात्रि आठ बजे,शयन आरती रात्रि 10.30 बजे होगी।