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महंगाई की मार : सब्जियां महंगी होने से शाकाहारी ही नहीं मांसाहारी थाली की कीमत भी बढ़ी

– नवंबर में टमाटर के साथ प्याज की कीमतों में आ सकती है कमी
नई दिल्ली  सब्जियों की बढ़ती कीमतों से शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की उछाल आया है। रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर माह में सब्जियों की कीमतों की वजह से शाकाहारी थाली की कीमत 20 फीसदी और मांसाहारी की थाली में पांच फीसदी का इजाफा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक इस बढ़ोतरी की खास वजह सब्जियों की ऊंची कीमतें हैं, जो शाकाहारी थाली की लागत का करीब 40 फीसदी तक बनती हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि टमाटर, आलू और प्याज की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में सितंबर में ज्यादा बारिश से प्याज की आवक में देरी हुई और आलू के कोल्ड स्टोरेज स्टॉक में कमी आने से उनकी कीमतें बढ़ी। टमाटर की फसल को भी त्योहारी मांग के चलते नुकसान हुआ है, जिससे कीमतें बढ़ गईं। अक्टूबर में प्याज और आलू की कीमतों में क्रमशः 46 फीसदी और 51 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर में टमाटर की कीमतें स्थिर हो जाएंगी और प्याज की कीमतें भी कम होंगी, लेकिन आलू की कीमतें कम होने में समय लग सकता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मांसाहारी थाली की कीमत में 5 फीसदी का इजाफा हुआ है, जिससे शाकाहारी और मांसाहारी थालियों के बीच की अंतर्राष्ट्रीय कीमत में समानता आ गई है।
मांसाहारी थाली की कीमत बढ़ने से ब्रॉयलर (पोल्ट्री) की कीमतों में मामूली बढ़ोरती हुई है, जो पिछले साला के मुकाबले 9 फीसदी कम थी। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी से मांसाहारी थाली में भी वृद्धि हुई है। हालांकि ब्रॉयलर की कीमतों में स्थिरता ने इस बढ़ोतरी को रोक रखा है। यह रिपोर्ट भारत के कई इलाकों में कीमतों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार की है, जिससे यह अनुमान लगाया है कि सब्जियों और मांसाहारी उत्पादों की कीमतों में किस प्रकार का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

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