भोपाल (हि.स.)। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के खिलाफ मध्यप्रदेश में भी विरोध-प्रदर्शन किए गए। भोपाल, नर्मदापुरम, शाजापुर, राजगढ़, देवास, धार, गुना और बुरहानपुर समेत कई जिला मुख्यालयों पर बुधवार को राजपूत समाज ने चक्काजाम किया। इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि 24 घंटे में हत्यारों को गिरफ्तार कर उनका एनकाउंटर किया जाए।
राजधानी भोपाल में बुधवार को एमपी नगर, ज्योति टाकीज चौराहे पर स्थापित महाराणा प्रताप की प्रतिमा के समक्ष करणी सेना के कार्यकर्ता एकत्रित हुए और जमकर नारेबाजी करते हुए हत्यारों का एनकांउटर की मांग करते रहे। सुबह 11 बजे से शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ता सड़क पर धरना देकर बैठ गए। इससे चौराहे के चारों तरफ मार्गों पर जाम लग गया।
चेतक ब्रिज, अन्ना नगर मार्ग, आइएसबीटी, बोर्ड आफिस चौराहा, एमपी नगर जोन-एक व दो सहित रचना नगर रेलवे अंडर ब्रिज तक वाहनों की कतारें लग गईं। पुलिस ने कार्यकर्ताओं से हट जाने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस अधिकारी आधे घंटे तक करणी सेना के पदाधिकारियों को समझाते रहे। इसके बाद कहीं जाकर सिटी बसों में बैठे यात्रियों की परेशानी के देखते हुए बसों को निकलने दिया। जैसे ही अन्य वाहन जाने लगे तो करणी सेना के कार्यकर्ता भड़क गए और सड़क पर लेट गए। इससे दो व चार पहिया सैकड़ों वाहन चालक जाम फंसे रहे। इस बीच पुलिस व करणी सेना के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।
नाराज करणी सेना कार्यकर्ताओं ने सड़क पर गाड़ियों के टायर भी जलाए। कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के दौरान गाड़ी के पुराने टायर साथ में लाए हुए थे। कार्यकर्ता चिल्ला-चिल्ला कर एक ही बात कह रहे थे। हत्या करने वालों का एनकाउंटर किया जाए। समझाने पर करणी सेना के कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने सड़क से जबरन उठाकर गिरफ्तार कर लिया। लोगों को तीन घंटे बाद दोपहर दो बजे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकी। करणी सेना के भोपाल महानगर के अध्यक्ष कृष्णा बुंदेला ने बताया बुधवार को हत्या के विरोध में राजपूतों ने राजस्थान बंद कराया। यदि हत्या करने वाले दोनों युवकों का एनकांउटर नहीं किया गया तो मप्र बंद कराएंगे। चुनाव के समय बंदूक, रिवाल्वर संबंधित थाने में जमा कराई गई थीं। फिर कहां से युवकों के पास रिवाल्वर आ गई, इसकी जांच की जाए।
इधर, सीहोर में करणी सेना परिवार, राजपूत समाज, सर्व समाज के तत्वाधान में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम से संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। करणी सेना के सैनिक और राजपूत समाज की ओर ईश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि जिस तरह से गोगामेड़ी की हत्या की गई है, उससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। ज्ञापन में करणी सैनिकों ने हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की। हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग भी की गई है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिवार को आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की है। करणी सेना परिवार द्वारा मांगों को पूरा नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की बात ज्ञापन के माध्यम से कही गई है।
वहीं, राजगढ़ जिला मुख्यलय के खिलचीपुर नाके पर एकत्रित हुए राजगढ़ जिले के अलग-अलग क्षेत्र से आए हुए करणी सैनिकों ने विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञापन सौंपने के बाद भी वे नेशनल हाईवे का खिलचीपुर और ब्यावरा रोड घेर कर बैठे रहे और लगभग दो घंटे से भी अधिक समय के बाद उनके द्वारा जाम किया हुआ रास्ता खोला गया। बता दें कि शुरुआत में करणी सैनिकों द्वारा नारेबाजी करते हुए सड़क का घेराव किया जा रहा था और कुछ देर के पश्चात ही राजगढ़ एसडीएम बघेल ज्ञापन लेने के लिए मौके पर पहुंचे और करणी सैनिकों को समझाने के प्रयास किए गए। वे मानने के लिए तैयार नहीं थे। उक्त प्रदर्शन के दौरान ब्यावरा तथा खिलचीपुर रोड पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें दोनो तरफ लग गईं। लगभग एक घंटे के पश्चात अपर कलेक्टर शिव प्रसाद मंडराह मौके पर ही ज्ञापन लेने पहुंचे और राजपूत समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने ज्ञापन पढ़कर भी सुनाया और अपनी बात भी रखी। सुबह लगभग 11 बजे के बाद से नेशनल हाईवे की सड़कों पर करणी सैनिकों द्वारा जाम लगाया गया। जाम 2 बजे के बाद खुलवाया गया। खिलचीपुर से ब्यावरा तथा ब्यावरा से खिलचीपुर की ओर आने वा जाने वाले वाहन और बसों में सवार आमजन परेशान होते नजर आए।
शिवपुरी में बाजार बंद कराया
शिवपुरी में भी प्रदर्शन किया गया। यहां राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के पदाधिकारियों ने एक रैली निकालकर शिवपुरी का बाजार बंद करा दिया। बाजार बंद कराने के दौरान यहां पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं व क्षत्रिय समाज के लोगों ने एकत्रित होकर नारेबाजी की। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर के एडीएम को एक ज्ञापन दिया। राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए इस ज्ञापन में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना द्वारा उक्त मामले में हत्या आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाने की मांग और सीबीआई जांच की मांग की गई। इसके अलावा मृतक परिवार को पांच करोड़ की आर्थिक सहायता दिए जाने व परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करने सहित अन्य मांगें रखी गईं।
इंदौर में भी करणी सेना के हजारों कार्यकर्ता एक जुट हुए और कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे। उन्होंने कहना था कि गोगामड़ी के हत्या साजिश के तहत की गई है। पुलिस को उनके हत्यारों का एनकाउंटर करना चाहिए। सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि गोगामड़ी को पुलिस सुरक्षा दी जाती तो यह घटना नहीं होती। कार्यकर्ता काफी देर तक धरने पर भी बैठे रहे।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय सिंह परिहार ने कहा कि आरोपियों को कड़ी सजा मिलना चाहिए। पुलिस को हत्याकांड की बारिकी से जांच करना चाहिए। ताकि यह पता चल सके कि हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है। करनी सेना के जिला अध्यक्ष ऋषि राज सिंह सिसोदिया ने कहा कि आरोपियों के मकान को बुलडोजर से तोड़ा जाना चाहिए। यदि आरोपियों को कड़ी सजा नही दी गई तो फिर समाज उग्र आंदोलन कर सकता है।
कलेक्टर इलैया राजा ने राजपूत समाज से ज्ञापन लिया। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन के कारण यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। महूनाका से जूनी इंदौर की तरफ वाहनों की आवाजाही रुक गई थी। कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी।