*सब्जी मंडी में सब्जी की कीमत सुनकर लोग पाव भर और ग्राम में सब्जी खरीदने को विवश*
रुद्रपुर देवरिया। गर्मी के पारे के साथ सब्जियों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं। हरी सब्जियों के दाम इतने बढ़ गए हैं कि इनको थाली में शामिल करना अब मुश्किल हो गया है। एक माह में दस से बीस रूपए तक सब्जियों के भाव बढ़े हैं। इससे गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार को काफी परेशान उठानी पड़ रही है। जैसे-जैसे गर्मी का पारा चढ़ रहा है, वैसे-वैसे हरी सब्जियों के भाव भी आसमान छूते जा रहे हैं। हरी सब्जियों के भाव एक माह के भीतर इतने बढ़ गए हैं कि लोगों को अब इन सब्जियों को भोजन के साथ शामिल कर पाना मुश्किल हो गया है। बता दें कि इस समय रूद्रपुर के सब्जी मार्केट में बोड़ो तथा परवल 80 रूपए प्रति किग्रा की दर से बिक रहा है। भिन्डी व कटहल 60 रुपये किलो, टमाटर 50 रुपये किलो तथा आलू 30 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है । वहीं मूली 120 के भाव चढ़ चुका है ।
गर्मियों के मौसम में लोग भोजन में हरी सब्जियों का ज्यादा प्रयोग करते हैं, लेकिन इन सब्जियों का भाव बढ़ने से लोग अब भोजन के साथ सूखी सब्जी खाने को मजबूर हो गए हैं। हाल यह है कि सब्जी मंडी में सब्जी की कीमत सुनकर लोग पाव भर और ग्राम में सब्जी खरीदने को विवश हैं। सब्जी की बढ़ती कीमत देख लोग आलू और सोयाबीन से काम चला रहे हैं। लोगों का ध्यान जब हरी सब्जियों पर जा रहा है, तो वहां महंगाई की मार से निराशा हाथ लगती है। आसमान छूती सब्जियों की कीमत ने गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों की थाली से हरी सब्जी गायब कर दी है। दुुकानदार सब्जियों का दाम बढ़ने का कारण तेज धूप और पछुआं हवा बता रहे हैं। तेज हवा और धूप होने के कारण सब्जियों के खेत सूख जा रहे हैं। दो तीन दिन के बाद किसानों को अपने खेतों में पानी चलाना पड़ रहा है। गर्मी के कारण खेतों में सब्जियों की पैदावार कम हो रही है।