बिजनौर (हि.स.)। जनपद में एक सप्ताह से पड़ रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जनपद की छोटी-बड़ी नदी उफान पर है, दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। कई गांवों को प्रशासन ने स्कूलों में रहने के लिए व्यवस्था करवाई है।
निरंतर बारिश के चलते नजीबाबाद से कोटद्वार मार्ग पर उत्तराखंड राज्य के सीमावर्ती गांव मोटा ढाकं में मालन नदी के ऊपर बना पुल टूट गया, जिसके कारण उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश का संपर्क टूट गया। इस संपर्क मार्ग टूटने से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
मालन नदी में पानी उबाल पर है, जिसे देखते हुए नजीबाबाद क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दी गई है। वहीं आकाशीय बिजली व बारिश ने नजीबाबाद क्षेत्र के कस्बा साहनपुर में तबाही मचाई है। मकान की छत पर रखी पानी की टंकी पर आकाशीय बिजली गिरने से टंकी के परखच्चे उड़ गए व मकान का लिटंर भी क्षतिग्रस्त हो गया।
नजीबाबाद शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों में मालन नदी का पानी घुसने से नागरिकों में भगदड़ है। मालन नदी का यह रूद्र रूप दशकों बाद देखा जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाली मूसलाधार बारिश को भी इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
मालन नदी पर पुल टूटने के बाद सीमावर्ती गांवों देवरामपुर मोटा ढाकं, शिवराजपुर तल्खा में पानी घुसने की जानकारी मिली है। गांव मोटा ढाकं के पूर्व प्रधान मनमोहन ने बताया की पुल टूटने से उत्तराखंड का आवागमन बंद हो चुका है।
सूत्रों का कहना है कि पुल टूटने के पीछे अवैध खनन महत्वपूर्ण कारण है। बेतहाशा खनन होने से पुल की नींव खोखली हो चुकी है।