नई दिल्ली (हि.स.)। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दिमागी तौर पर मृत घोषित 62 वर्षीय महिला के परिवार ने उनके अंगदान का फैसला लिया, जिससे चार लोगों को नया जीवन मिलेगा। सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ. वंदना तलवार ने बताया कि अस्पताल में लगभग साढ़े छह साल के अंतराल के बाद 16 जनवरी को दिमागी तौर पर मृत महिला के अंग प्राप्त हुए।
62 वर्षीय महिला कामिनी दिल्ली के तहखंड इलाके की रहने वाली थी। 13 जनवरी को ब्रेन हेमरेज के कारण होली फैमली अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां से उसे सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। महिला को डायबिटीज और उच्च रक्तचाप भी था। सोमवार को ब्रेन डेड घोषित होने के बाद 62 वर्षीय महिला के बेटे और बेटी ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया, जिसके बाद वह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कैडवेरिक मल्टी ऑर्गन डोनर बन गई।
मृतक के बेटे ने बताया कि 15 जनवरी को उनकी मां का जन्मदिन था । बेटे ने बताया कि मां के अंगों को दान करने का निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि वे चाहते थे कि उसकी मां को हमेशा याद किया जाए। वे आज इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनके जन्मदिन के मौके पर उन्होंने चार अन्य लोगों को नया जीवन दिया है।
अस्पताल के मुताबिक मृतक के अंगों को चार 4 लोगों को दिया जाएगा। इसमें दो प्राप्तकर्ताओं को एक-एक कॉर्निया और 2 अन्य प्राप्तकर्ताओं को किडनी और लीवर मिलने से उन्हें नया जीवन मिलेगा।