लखनऊ । पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन ने सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल एचएसबीसी वर्ल्ड टूर सुपर 300 बैडमिंटन चैंपियनशिप के एकल में भारतीय चुनौती कायम रखते हुए फाइनल में स्थान सुरक्षित किया। भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (बीएआई) के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा आयोजित 2,10,000 अमेरिकी डालर की इनामी राशि वाली चैंपियनशिप में मिश्रित युगल में पांचवीं वरीय भारत के ध्रुव कपिला व तनीषा क्रैस्टो, पुरुष युगल में भारत के साई प्रतीक व पृथ्वी कृष्णामूर्ति, महिला युगल में दूसरी वरीय भारत की त्रिशा जॉली व गायत्री गोपीचंद पुलेला भी फाइनल में पहुंच गए।
महिला एकल सेमीफाइनल में पीवी सिंधु ने हमवतन उन्नति हुड्डा को 36 मिनट चले मैच में 21-12, 21-9 से हराया। पीवी सिंधु ने पहले गेम में लगातार बढ़त बनाए रखी और 20-11 के स्कोर पर गेम प्वाइंट बनाया। हालांकि इसके बाद अगली ही सर्विस पर आफिशियल रिव्यू के चलते उन्नति ने गेम प्वाइंट बचा लिया। फिर भी सिंधु ने आसानी से अंक जुटा लिया। दूसरे गेम में विश्व रैंकिंग में 18वीं वरीय पीवी सिंधु को विश्व में 70वीं वरीय उन्नति हुड्डा ने चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन पीवी सिंधु ने अपनी लंबाई व अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया। उन्होंने 6-1 की बढ़त बना ली थी, लेकिन उन्नति ने फिर दो अंक हासिल किए। हालांकि सिंधु ने दमदार स्मैश और कोर्ट कवरेज की बदौलत ये गेम अपने नाम कर लिया।
विश्व चैंपियन व ओलंपिक रजत व कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु इससे पहले 2017 और 2022 में में मोदी बैडमिंटन में विजेता रही है और लखनऊ में अपने तीसरे खिताब से एक जीत दूर हैं। दूसरी ओर उन्नति 2022 में ओडिशा ओपन के साथ 2023 में अबु धाबी मास्टर्स फाइनल की विजेता o इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज की विजेता रही है। पीवी सिंधु की अब फाइनल में चीन की वू लुओ यू से टक्कर होगी जिसने थाईलैंड की ललिनरात चाइवान को 21-19, 21-12 से हराया। मैच के बाद सिंधु ने उन्नति के बारे में कहा कि वो काफी प्रतिभाशाली है और उससे आने वाले समय में और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। मैच दर मैच अपने गेम में सुधार के साथ मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। अब मेरा फोकस कल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर है।
इस मैच के दौरान पीवी सिंधु के पिता पूर्व भारतीय वॉलीबाल खिलाड़ी अर्जुन अवार्डी पीवी रमना ने दर्शक दीर्घा में बैठकर बेटी का हौसला बढ़ाया। पुरुष एकल सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय भारत के लक्ष्य सेन ने जापान के शोगो ओगावा को 42 मिनट चले मैच में 21-8, 21-14 से हराया। पहले गेम में विश्व में 14वीं रैंकिंग लक्ष्य सेन ने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ दबाव बनाए। दूसरे गेम में लक्ष्य ने ब्रेक तक 11-4 से बढ़त बना ली थी। वहीं 68वीं रैंकिंग जापानी खिलाड़ी ने तेज सर्विस से अंक जुटाए लेकिन यहां भी लक्ष्य उन पर भारी पड़े। राष्ट्रमंडल खेल 2022 के स्वर्ण विजेता और विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य विजेता लक्ष्य सेन ने अपना आखिरी फाइनल कनाडा ओपन 2023 मे खेला था और वह अब फाइनल में पहुंचे है। लक्ष्य की फाइनल में चौथी वरीय सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह से टक्कर होगी।
महिला युगल में दूसरी वरीय भारत की त्रिशा जॉली व गायत्री गोपीचंद पुलेला ने एक घंटा तीन मिनट चले मुकाबले में तीसरी वरीय थाईलैंड की बेन्यापा एम्सार्ड व नुंटाकर्ण एम्सार्ड को 18-21, 21-18, 21-10 से हराया। बीडब्लूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर चुकी त्रिशा व गायत्री की जोड़ी की अब निगाह मोदी बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहला महिला युगल का पहला विजेता बनने पर है। दूसरे सेमीफाइनल में पिछले संस्करण की उपविजेता शीर्ष वरीय भारत की अश्विनी पोनप्पा व तनीषा क्रैस्टो को तीन गेम तक चले मैच में हार मिली। उन्हें चीन के बाओ ली जिंग व ली कियान ने 14-21, 21-16, 21-13 से हराया।मिश्रित युगल सेमीफाइनल में पांचवीं वरीय भारत के ध्रुव कपिला व तनीषा क्रैस्टो ने चीन के चौथी वरीय झोऊ जी होंग व जिया यी को 21-16, 21-15 से हराया। ध्रुव व तनीषा के सामने अब छठीं वरीय थाईलैंड के डी.पुवारानुक्रोह व सुपिसारा पेवसम्प्रान होंगे। पुरुष युगल में भारत के साई प्रतीक व पृथ्वी कृष्णामूर्ति के.राय ने भारत के ही इशान भटनागर व शंकर प्रसाद उदयकुमार को 21-17, 17-21, 21-16 से हराया। साई प्रतीक व प्रथ्वी की अब फाइनल में चीन के हुआंग डी व लियू यांग से टक्कर होगी।