– भीषण गर्मी से राहत मिलते ही धान की फसल को खेत तैयार करने में जुटे किसान
हमीरपुर (हि.स.)। बिपरजाय का असर जिले में दिखने लगा है। सोमवार रात से आए घने काले बादलों ने डेरा जमा लिया है। मंगलवार को शहर सहित कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई। ठंडी हवाएं चलने से मौसम सुहाना हो गया। ऐसे में हीटवेव (लू ) का शिकार हो रहे लोगों को राहत मिली है। अधिकतम तापमान भी करीब 10 डिग्री नीचे आ गया है। उधर, भीषण गर्मी के बावजूद धान की खेती के लिए खेत तैयार करने में जुटे किसान खुश हैं।
चालू माह में अधिकतम तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया था। भीषण गर्मी से जनजीवन बेहाल रहा। इससे कारोबार पर भी असर पड़ा। अस्पतालों में हीटवेव के शिकार इलाज कराते देखे गए। वहीं इक्का दुक्का लोग लू की चपेट में आकर चल बसे। इधर, पिछले सोमवार की शाम को बिपरजाय का असर शुरू हो गया। जिससे मौसम ने पलटी मारी तो अधिकतम तापमान मंगलवार को घटकर 34 डिग्री पर रह गया। आसमान में बादल छाए रहने व हवाएं चलने के बीच कुछ स्थानों पर बूंदा बूंदा से मौसम खुशगवार हो गया।
उधर, भीषण गर्मी के बावजूद धान की खेती के लिए खेत तैयार करने में जुटे किसान खुश हैं। कुरारा के जगराम ने बताया कि उसने धान की नर्सरी तैयार की है। अभी भीषण गर्मी में रोजाना नर्सरी में पानी लगाना पड़ रहा था। अब बदले मौसम में धान की नर्सरी अच्छी तरह तैयार हो जाएगी। उनका कहना है कि क्षेत्र के तमाम किसान धान की फसल के साथ खरीफ की अन्य फसलें तैयार करते हैं।वो कहते हैं कि ढालूदार जमीन पर अरहर, ज्वार की फसल एक तेज बारिश होते ही कर देंगे।
1,02,450 हेक्टेयर में फसलों का लक्ष्य
कृषि विभाग ने जनपद में खरीफ में 1,02,450 हेक्टेयर में विभिन्न फसलों को पैदा करने का लक्ष्य रखा है। इसमें 16102 हेक्टेयर ज्वार, 88 हेक्टेयर में बाजरा, 19 हजार हेक्टेयर में उड़द, 3200 हेक्टेयर में मूंग, 19143 हेक्टेयर में अरहर, 43497 हेक्टेयर में तिल, 815 हेक्टेयर में मूंगफली जैसी फसलें हैं।