नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली में बाढ़ से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ से हजारों लोग बेघर हो गए हैं। लेकिन इसकी चिंता छोडक़र नेता राजनीति में जुट गए हैं। भाजपा बाढ़ के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को दोषी बता रही है। वहीं आप ने हरियाणा सरकार और भाजपा को दोषी बताया है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर इस बाढ़ के लिए कौन दोषी है? गौरतलब है कि हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढऩे से बाढ़ जैसे हालात हैं। यमुना दिल्ली में वजीराबाद से ओखला तक 22 किमी में है। इसके किनारों पर कई इलाके पानी में डूब गए हैं। 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है। निचले इलाकों से हजारों लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बाढ़ के कारण सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर सील कर दिए हैं। भारी वाहनों को आने से रोक दिया गया है। केवल छोटे वाहनों को एंट्री दी जा रही है। वजीराबाद, ओखला और चंद्रावल के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए है। इससे राजधानी के कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत हो सकती है। उधर, सीएम आवास के 500 मीटर तक जलभराव हो गया है। यमुना बाजार, मजनू का टीला, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री मार्केट, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा एरिया इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
तीन बच्चों की डूबने से मौत
दिल्ली के मुकुंदपुर में तीन बच्चों की जलभराव में डूबने से मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने बताया कि तीनों शव अस्पताल भेजे गए हैं। जलभराव में बच्चे कैसे डूबे, इसकी जांच की जा रही है। इधर, दिल्ली में 4 दिन से यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर है। शुक्रवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 208.40 मीटर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3.4 मीटर ज्यादा है।दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर सडक़ पर पानी भर गया है। बाढ़ का पानी यमुना बाजार, लालकिले, राजघाट और आईएसबीटी-कश्मीरी गेट तक पहुंच गया है। यहां 3 फीट तक पानी भर गया। हालात बिगड़ते देख सीएम अरविंद केजरीवाल ने ड्रेनेज ठीक करने के लिए सेना की मदद मांगी। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, आईटीओ के पास 12 नंबर ड्रेनेज का रेगुलेटर टूटने से बाढ़ का पानी आ रहा है। सीएम ने कहा- रेगुलेटर को आज ठीक कर लिया जाएगा।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ के पास टूटे ड्रेनेज का निरीक्षण किया। एलजी ने कहा, यह समय किसी को दोष देने या टिप्पणी करने का नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है।