बागपथ (हि.स.)। बागपत जिले में अवैध मिटटी खनन पर पुलिस और अधिकारी मौन हैं। खनन विभाग की जिम्मेदार बताकर अपना पलड़ा झाड़ रहे हैं। वहीं खनन अधिकारी ने सभी को टास्ट फोर्स का हिस्सा बताते हुए शासनादेश का हवाला देकर जिम्मेदारी तय की है।
खेकड़ा तहसील क्षेत्र में अवैध काॅलोनियों में भराव करने के लिए लाखों रुपये की मिटटी डाली जा रही है। इसकी जानकारी खनन विभाग को नहीं दी जाती है। अवैध रूप से चल रहे इस मिटटी खनन की जानकारी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी को होती है और सूचनाएं भी सबसे पहले इन अधिकारियों के पास ही पहुंचती है। लेकिन कोई भी एसडीएम व थानेदार मिटटी खनन पर कारवाई करने को तैयार नहीं है। सूचना के बाद बागपत एसपी अर्पित विजय वर्गीय का कहना है कि मिटटी खनन रोकने का काम खनन अधिकारी का है।
वहीं सुभानपुर में कुछ दिन पूर्व बिना खनन अधिकारी को सूचना दिये खनन पर छापा मारने वाली एसडीएम खेकड़ा का कहना है कि खनन से उनका कोई लेना देना नहीं है। खनन अधिकारी की जिम्मेदारी है। इस विषय को लेकर जब खनन अधिकारी से बात की गयी तो उनका कहना था कि अवैध खनन रोकने के लिए जिले में टास्क फोर्स बनायी गयी है जिसमें पुलिस, एसडीएम, आरटीओ व खनन विभाग शामिल है। इस टास्ट फोर्स के अध्यक्ष जिलाधिकारी होते हैं। इसलिए अवैध खनन रोकना सभी की जिम्मेदारी है। जल्द ही टास्क फोर्स की बैठक होगी और सभी को जिम्मेदारी दी जाएगी।