बरेली, 30 जुलाई (हि.स.)। बरेली में आज कावड़ियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद बरेली के एसएसपी पर गाज गिरी है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटाकर 32वी वाहिनी पीएसी लखनऊ भेज दिया गया है। दरअसल आज बारादरी के जोगी नवादा में पूरे दिन बवाल होता रहा। कावड़ यात्रा को लेकर दो समुदाय के लोग आमने सामने आ गए, जिसके बाद पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
डीजे पर तेज आवाज में चलाए गए आपत्तिजनक गाने
दरअसल आज जोगी नवादा में कावड़ियों का जत्था जल लेने के लिए कछला जा रहा था। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कावड़ यात्रा का ये कहकर विरोध कर दिया कि इस रास्ते से कभी कावड़ियों का जत्था नहीं निकाला गया। जिसके बाद कावड़िए इसी रास्ते से जाने पर अड़ गए। किसी तरह से कावड़ियों को उस रास्ते से हटाया गया और जिस जगह से जत्था रवाना हो रहा था वहीं पर ले जाया गया। जिसके बाद वहां पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। करीब 5 घंटे तक डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी दोनों पक्षों के लोगों को समझाते रहे। इसके बाद मुस्लिम पक्ष बात मानकर इस शर्त पर पीछे हट गया कि डीजे तेज आवाज में नहीं बजाया जायेगा और नारेबाजी नहीं की जायेगी। जिसके बाद डीएम और एसएसपी कावड़ियों को मनाने पहुंचे। लेकिन कावड़िए डीएम और एसएसपी की बात भी नहीं मानी और तेज आवाज में अभद्र गाने चलाकर नारेबाजी करने लगे। इतना ही नहीं किसी कावड़िए ने वहां पर फायर भी कर दिया। जिसके बाद एसएसपी और डीएम ने लाठीचार्ज कर कावड़ियों को खदेड़ दिया और भीड़ नियंत्रण करने के लिए आंसू गैस छोड़ी गई।
आईएमसी नेता और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा नेता पहुंचे मुस्लिम पक्ष को समझाने
मौलाना तौकीर रज़ा की पार्टी आईएमसी के प्रवक्ता डॉक्टर नफीस और नदीम के अलावा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता डॉक्टर हुदा ने मुस्लिम समुदाय के लोगो को काफी समझाया जिसके बाद लोग शांत हुए और भीड़ हटने लगी। डॉक्टर नफीस ने लोगों से कहा कि क्या आप लोग हमारी बात भी नहीं मानेंगे। नदीम ने भी कहा की अगर आप लोग हमारी बात नहीं मानेंगे तो हम लोग यहां से चले जायेंगे। वहीं भाजपा के मुस्लिम नेता डॉ हुदा ने पहुंच कर मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा की तुम्हारे मान सम्मान की ज़िम्मेदारी मेरी है आज तुम्हें अपने सच्चे हुसैनी होने का सबूत देना है। डॉ हुदा की बात मानते हुए भारी तादात में मौजूद मुस्लिम समाज पीछे हट गया।
डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि जोगी नवादा बारादरी थाना क्षेत्र में वनखंडी नाथ मंदिर में जल चढ़ाने को लेकर कावड़ियों का एक जत्था गैर परंपरागत रूप से निकालने का प्रयास कर रहा था। इसको लेकर काफी देर तक कांवड़ियों को समझाया गया लेकिन कावड़िए नहीं मानें। उनके साथ कुछ धार्मिक नेता थे जो बाद में यह पूरा लीडरलेस हो गया। कावड़िए बहुत ही हाई वॉल्यूम डीजे बजा रहे थे किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद हल्का बल प्रयोग करके यहां से सबको हटा दिया गया। डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की और कहा कि सावन का यह पवित्र महीना है लोग भगवान शिव का रुद्राभिषेक अवश्य करें लेकिन शान्ति बनाए रखें। साधना के दौरान हिंसा का कोई स्थान नहीं है। किसी प्रकार से गाली-गलौज किसी को परेशान करने की कोई जरूरत नहीं है।
वहीं एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि सुबह से यहां पर कावड़ियों समझाया जा रहा था कि ये जुलूस गैर परंपरागत है। इस जुलूस को ना निकाला जाए क्योंकि आगे दूसरे वर्ग की आबादी पड़ती है। हम लोग मौके पर आए और कावड़ियों को वा दूसरे पक्ष को समझाने का बहुत प्रेस किया। अंत में दूसरे पक्ष (मुस्लिम समुदाय) ने हमसे सहमति भी बना ली। कावड़ियों से जब दोबारा फिर बात करने आए तो कुछ खुराफाती लोग इस जुलूस में आकर शामिल हो गए और यह लोग जबरदस्ती कावड़ यात्रा के जाने की कोशिश करने लगे। एसएसपी ने कहा कि अगर ये जुलूस गैर परंपरागत तरीके से निकलेगा तो और भी समस्या होगी। चार घंटे तक समझाने के बाद भी ये लोग नहीं माने और डीजे पर अभद्र गाने चलाने लगे जिसके बाद हल्का बल प्रयोग करके भीड़ को हटाया गया। हम ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करेंगे। ऐसे लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार किया जाएगा। हमारे पास सभी के वीडियो मौजूद है।