कोलकाता (हि.स.)। 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से नरेन्द्र मोदी को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्ष ने भले ही गठबंधन किया है लेकिन इसमें सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक दिन पहले ही लोकसभा की सदस्यता से तृणमूल कांग्रेस की निवर्तमान सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित किए जाने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने भले ही तृणमूल का साथ दिया है लेकिन अब खबर है कि सीट बंटवारे को लेकर तृणमूल व कांग्रेस से दो-दो हाथ करने के मूड में है।
पार्टी के अंदरखाने सूत्रों ने बताया है कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को दो से अधिक सीट देने के मूड में नहीं है। इसलिए पार्टी नेताओं को यह साफ संदेश दिया गया है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इस बारे में अवगत करा दिया जाए। इसके पहले दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई रात्रि भोज में पार्टी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए थे, जो इसी बात का संकेत था।
सूत्रों ने बताया है कि दिसंबर महीने के तीसरे हफ्ते के अंत तक दिल्ली में होने वाली आईएनडीआई गठबंधन की बैठक में भी तृणमूल कांग्रेस इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर देगी। पार्टी ने साफ कर दिया है कि राज्य की 42 लोकसभा में से 40 पर चुनाव लड़ेगी। दो सीटें गठबंधन के लिए छोड़ेगी। इसमें से कांग्रेस चाहे तो एक सीट माकपा को दे सकती है या न दे, यह कांग्रेस का अपना निर्णय होगा।
तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस देरी कर रही है। बार-बार कहने के बावजूद इस बारे में कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही। इसके बाद ठोस निर्णय लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।