– धूल भरी चलेंगी तेज हवाएं, मेघ गर्जन के साथ चमकेगी आकाशीय बिजली
कानपुर, 14 अप्रैल (हि.स.)। देश में इन दिनों कई प्रकार की मौसमी गतिविधियां सक्रिय हैं और इनमें बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं अहम हैं। यह आर्द्रता भरी हवाएं उत्तर प्रदेश के आसमान में बादल का रुप धारण कर रही हैं। जिससे मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना बढ़ी हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी के साथ बारिश के आसार बने हुए हैं।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे सटे ईरान के पूर्वी हिस्से में समुद्र तल से 3.1 से 12.6 किलोमीटर ऊपर स्थित है। भारतीय निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर दक्षिण उत्तर प्रदेश और दक्षिण बिहार होते हुए पूर्वी झारखंड तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है। कोमोरिन क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन कोमोरिन क्षेत्र पर उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से लेकर केरल और आंतरिक कर्नाटक से होते हुए कोंकण और गोवा तक फैला हुआ है। असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 38.8 और न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 57 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 26 प्रतिशत रही। हवाओं की औसत गति 5.0 किमी प्रति घंटा रही और बारिश 2.0 मिमी हुई। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों मे मध्यम से घने बादल छाए रहने के कारण स्थानीय स्तर पर गरज-चमक, धूल भरी आंधी, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।