नई दिल्ली (हि.स.)। फिल्म `आदिपुरुष’ पर रोक लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर फिल्म को सेंसर बोर्ड से मिले सर्टिफिकेट को रद्द करने की मांग करते हुए कहा गया है कि फिल्म में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से छेड़छाड़ की गयी है।
याचिका वकील ममता रानी ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि फिल्म में भगवान राम और हनुमान समेत धार्मिक पात्रों के असली चरित्रों से छेड़छाड़ की गई है, जो हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। याचिका में कहा गया है कि फिल्म में वाल्मिकी रामायण की मूल रचना से छेड़छाड़ की गई है। याचिका में कहा गया है कि फिल्म के डायलॉग गली-मोहल्लों के लड़कों की भाषा की तरह है। ऐसे डायलॉग अपमानजनक हैं।
याचिका में मांग की गई है कि फिल्म `आदिपुरुष’ को सेंसर बोर्ड से मिले प्रमाणपत्र को निरस्त किया जाए, क्योंकि ये सिनेमैटोग्राफ एक्ट की धारा 5बी का उल्लंघन है। फिल्म में सीता का जिस तरह से चित्रण किया गया है, वह अशोभनीय है। याचिका में कहा गया है कि अगर इस फिल्म पर रोक नहीं लगाई गई तो इसका लोगों के नैतिक मूल्यों पर बुरा असर होगा।