आंवला की जनसभा में गिनाईं उपलब्धियां
बोले – हर तरफ से आ रही है आवाज, फिर एक बार – मोदी सरकार
बरेली। धुआंधार चुनावी अभियान पर निकले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बरेली के आलमपुर जाफराबाद के सैनिक पड़ाव में एक बड़ी जनसभा को सम्बोधित किया। यह जनसभा आंवला व बदायूं के भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस पर सबसे करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने ‘खास वोट बैंक’ की खातिर संविधान बदलकर आपका आरक्षण और कमाई को लूटना चाहती है। यहां पर ‘खास वोट बैंक’ से उनका इशारा मुस्लिम समुदाय की ओर था। उन्होंने अपने भाषण में ओबीसी और सामान्य वर्ग के गरीबों को छुआ और विपक्ष पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगाते हुए उसकी धज्जियां उड़ाईं। यह भी कहा कि सपा भी कांग्रेस के इरादों में उसके साथ है।
28 मिनट के अपने भाषण में प्रधानमंत्री के निशाने पर कांग्रेस व सपा रही। उन्होंने कहा कि मैं आपकी सेवा के लिए निकला हुआ हूं। देश के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है कि एक बार फिर मोदी सरकार। आज भाजपा विकसित भारत के लिए गरीब किसान और नारी शक्ति को सशक्त कर रही है। यह बीजेपी है जितनी बहनों को बिजली नल से जल शौचालय सस्ते गैस कनेक्शन दिए हैं। यह बीजेपी है जिसने मुफ्त राशन की योजना चलाई। जिससे किसी मां के बच्चे को भूखे न सोना पड़े। मुफ्त इलाज की गारंटी दी है। हर परिवार में 70 साल से ज्यादा के बुजुर्ग हैं, उनके इलाज पर जो आपके बेटे को खर्च करना पड़ता था, अब वह आपका दिल्ली में बैठा यह बेटा कर रहा है। यह मोदी की जिम्मेदारी है। आज यूपी का भाग्य बदल रहा है। आपके हक का पैसा भ्रष्टाचारी लूट लेते थे। आज बरेली बदायूं के किसानों को 600 करोड़ रुपए मिल चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2024 का यह चुनाव एक हजार वर्ष की गुलामी की मानसिकता से देश को पूरी तरह से मुक्त करने का चुनाव है। यह चुनाव भारत के स्वाभिमान को नई बुलंदी देने वाला चुनाव है। आप जरा याद कीजिए दस साल पहले तक सपा और कांग्रेस यह दोनो लोग क्या कहते थे, हमें चिढ़ाने के लिए आये दिन कहते थे – यह भाजपा वाले बड़ी बड़ी बातें करते हैं कहते हैं मंदिर वहीं बनायेंगे मजाक बनाते थे – तारीख नहीं बतायेंगे। मैं गाली चुपचाप सहता रहा। हमने जाकर निमंत्रण दिया। लेकिन उनका उनका अहंकार इतना था कि वह खुद को राम से भी बड़ा मानते हैं। इस निमंत्रण को सपा कांग्रेस ने ठुकरा दिया। क्योंकि यदि इस निमंत्रण को स्वीकार किया तो उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा। इन्होंने राम ही नहीं हमारे श्याम को भी नहीं छोड़ा। मैं बड़ी श्रद्धा के साथ समुंद्र में गया। प्रभु श्रीराम के उन पत्थरों से आशीर्वाद लिया। मेरा मजाक उड़ाया।
श्री मोदी ने कहा कि सपा के ठेकेदार जो खुद को यदुवंशी बताते हैं। यह भगवान श्री कृष्ण की मजाक उड़ा रहे हैं। आजकल समाजवादी पार्टी से कांग्रेस दोस्ती कर रही है। अब आपका हक छीनने वाला है। ओबीसी जातियों को मिलने वाला आरक्षण छीना जायेगा। समाजवादी पार्टी का इन सब बातों के लिए समर्थन है। यूपी में 2012 में धर्म के नाम पर यूपीए सरकार ने धर्म के नाम पर आरक्षण देने का प्रयास किया। कल से देश में एक नया नारा चर्चा में आया है – कांग्रेस की यूथ, कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी। आपका सोना, घर की जांच होगी। यह कांग्रेस वाले आपकी संपत्ति छीनकर अपने वोट बैंक को दे देंगे। संपत्ति जब्त कर लेंगे। चार कमरों का घर है तो दो कमरें जब्त कर लेंगे। दस बीघा जमीन है तो पांच जब्त होगी। जो माताएं बहने हैं आपकी बचत पर कांग्रेस की नजर है। यह मंगलसूत्र छीनने की बात करते हैं। क्या मंगलसूत्र छीनने दोगे।
सपा की सरकार में यहां कर्फ्यू लगते थे। माताएं बहने मंगलसूत्र व गहने पहनकर नहीं निकल सकते थे। कांग्रेस का इरादा दफ्तरों व संस्थाओं का सर्वे कराने का है। हम आपके हक को छीनने नहीं देंगे। इंडी गठबंधन के नेता इसलिए वोट मांग रहे हैं कि जिससे संविधान बदल सकेंगे। आपकी रक्षा के लिए 400 सीट चाहिए। सब समाज को गारंटी दे रहा हूँ। मैं आरक्षण का आपका अधिकार छीनने नहीं दूंगा। सपा को एक भी यादव नहीं मिला जिसे टिकट दे सकें। ऐसे लोग परिवार का ही भला करेंगे। उन्होंने बरेली से छत्रपाल गंगवार, आंवला से धर्मेन्द्र कश्यप, बदायूं से दुर्विजय सिंह शाक्य को जिताने की अपील की तथा नारा दिया पहले मतदान फिर जलपान।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह, सांसद संतोष गंगवार, आंवला के प्रत्याशी व सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, बदायूं के प्रत्याशी व भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, बरेली के प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, फरीदपुर विधायक डा. श्याम बिहारी लाल, मंत्री धर्मपाल सिंह, एमएलसी महाराज सिंह, जिलाध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए।