बलिया (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण से ठीक पहले पूर्वांचल में भूमिहारों में अच्छी पकड़ रखने वाले पूर्व मंत्री नारद राय ने सपा को तगड़ा झटका दिया है। अपने अपमान का आरोप लगाते हुए उन्होंने सोमवार को राजनारायण की जमात के बैनर तले जुटे हजारों समर्थकों के बीच सपा से रिश्ता खत्म का ऐलान कर दिया। साथ ही उन्होंने जय श्रीराम का नारा लगाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए। माना जा रहा है कि 29 मई को वे गृह मंत्री अमित शाह की सभा में भाजपा ज्वाइन करेंगे।
सोमवार देर शाम अपने समर्थकों की जुटान में दो बार विधायक रहे और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे पूर्व मंत्री नारद राय ने भाजपा विधायक स्व कृष्णानंद राय की हत्या के फौरन बाद उनके गांव जाने का जिक्र करते हुए कहा कि मैं डंके की चोट पर गया था। उन्होंने कहा कि एक बार मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री रहते मुख्यमंत्री आवास पर गया था। मैंने एक तत्कालीन मंत्री की मौजूदगी में माफिया मुख्तार अंसारी को वहीं पर करारा जवाब दिया था। उसके यह कहने पर कि मैं कृष्णानंद राय के घर गया था, मैंने उससे कहा था कि तुम मरोगे तो मैं तुम्हारे घर भी आऊंगा। मैं वादे के अनुसार उसके मरने पर गया था। नारद राय ने अपने समर्थकों के भारी हुजूम के बीच अखिलेश यादव पर माफिया से सांठगांठ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुझे टिकट मांगने पर जलील किया गया। अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह उन लोगों के कहने पर मुझे अपमानित कर रहे हैं जो अपना बूथ तक सपा को नहीं जितवा सकते। लोकसभा प्रत्याशी सनातन पाण्डेय के पक्ष में आयोजित अखिलेश यादव की सभा में मंच पर मेरा नाम नहीं दिया गया। यदि मैं जानता कि मेरा नाम संबोधन की सूची में नहीं है तो मैं गया ही नहीं होता। बोले, सभा के अंत में मैंने अखिलेश यादव से कहा कि नेता (मुलायम सिंह यादव) जी रहते तो मेरा नाम नहीं छूटा होता। मैंने कहा कि मैं कोई ऐसा वैसा नेता नहीं हूं। यदि अखिलेश यादव से मेरा नाम छूट गया तो आज से मैं भी अखिलेश यादव को छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कल से आज तक सपा के किसी भी नेता ने मंच पर हुए मेरे अपमान के बाद पूछा तक नहीं। प्रत्याशी ने भी पूछने की जहमत नहीं उठाई।
पूर्व मंत्री ने कहा कि सपा के स्थानीय संगठन और उम्मीदवार ने अखिलेश यादव से मिलकर मुझे अपमानित किया है। मेरी राजनीति खत्म करने की कोशिश हो रही है। इसलिए मैं सपा से रिश्ता तोड़ रहा हूं। सपा उम्मीदवार और सपा जिलाध्यक्ष पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं सपा का झंडा लगाकर भाजपा की मदद नहीं करूंगा। मैं भाजपा का खुलेआम झंडा लगाकर भाजपा की मदद करूंगा। क्योंकि मैं कभी किसी को धोखा नहीं देता। नारेबाजी के बीच उन्होंने कहा कि बलिया लोकसभा में इस बार साइकिल में ताला लग जाएगा। लोकसभा चुनाव में साइकिल की जमानत जब्त हो जाएगी। भरी सभा में समर्थकों से पूछा कि मैं सपा में इस जलालत की जिंदगी से निकलूं कि नहीं तो आवाज आयी कि सपा छोड़ दीजिए। फिर पूछा कि वोट कहां दिया जाएगा तो आवाज आई कि भाजपा को।
नारद राय ने अपने मंत्रित्वकाल में बलिया में कराए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि अखिलेश यादव पहले ऐसा नेता हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में टिकट देकर मुझे चुनाव हरवाने का काम किया। राय ने कहा कि आज यहां मौजूद हजारों लोगों के फैसले के साथ मैं खड़ा हूं। उनकी इस बात पर लोगों ने जय श्रीराम के नारे खूब लगाए।