ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 में 10 लाख 15 हजार 583 करोड़ की 14 हजार 537 परियोजनाएं धरातल पर उतरने को तैयार
500 करोड़ की 300 परियोजनाएं, 100 से 500 करोड़ की 895 परियोजनाएं, 10 से 100 करोड़ की 4 हजार 577 परियोजनाओं का शुभारंभ
01 से 10 करोड़ की 8 हजार 735 परियोजनाएं भी उतरेंगी जमीन पर, 34 लाख से अधिक रोजगार का होगा सृजन
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नन्दी ने की जीबीसी की तैयारियों की समीक्षा, कार्यक्रम स्थल का पैदल भ्रमण कर किया निरीक्षण
लखनऊ, 14 फरवरी। प्रदेश को वन ट्रिलियन इकॉनमी बनाने को तत्पर योगी सरकार के प्रयासों से 19 फरवरी को राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 का आयोजन होने जा रहा है। इसके माध्यम से प्रदेश में कुल 10 लाख 15 हजार 583 करोड़ की 14 हजार 537 परियोजनाएं धरातल पर उतरने को पूरी तरह तैयार हैं। इनमें 500 करोड़ की 300 परियोजनाएं, 100 से 500 करोड़ की 895 परियोजनाएं, 10 से 100 करोड़ की 4 हजार 577 परियोजनाएं, 01 से 10 करोड़ की 8 हजार 735 परियोजनाएं शामिल हैं। सभी परियोजनाओं के धरातल पर आने के बाद 34 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। कुल मिलाकर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगी।
बदलाव और रफ्तार यूपी की पहचान बना
बुधवार को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 की तैयारियों को लेकर सम्बंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर आयोजन को भव्यतम बनाने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश को विकसित प्रदेश के रूप में एक नई पहचान मिली है। 2018 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के बाद आयोजित पहले भूमि पूजन समारोह में 60 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव को शामिल किया गया था। वहीं अब छह वर्ष बाद 2024 में 10.15 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जाएगा। यही बदलाव व रफ्तार यूपी की पहचान है।
अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी
समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने मंत्री नन्दी को तैयारियों के साथ ही अयोजन की भी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जीबीसी के दौरान ही 20 और 21 फरवरी को विभिन्न विषयों पर सेक्टोरल सेशन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें ज्ञानार्जन की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी विभिन्न तकनीकी, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थानों के छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने बताया कि जीबीसी के दौरान अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। जीबीसी के दौरान ही एफडीआई को लेकर इमर्जिंग डेस्टीनेशन फाॅर फाॅरेन इन्वेस्टमेंट इन इंडिया काॅक्लेव का आयोजन होगा।
बैठक में आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, कमिश्नर लखनऊ रोशन जैकब, पुलिस कमिश्नर लखनऊ, डीएम लखनऊ के साथ ही गृह, लोक निर्माण, पर्यटन, पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे।