मुरादाबाद (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के मंच से पुलिस को लताड़ने वाली, अपनी हद में रहने की चेतावनी देने वाली, भाजपा की दलाल न बनने की दलील देने वाली मुरादाबाद लोकसभा से समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी रुचि वीरा समेत पांच सपाइयों पर मंगलवार को थाना मुगलपुरा में केस दर्ज कर लिया गया।
बीती 14 अप्रैल को थाना मुगलपुरा क्षेत्र के राजकीय इंटर कालेज के मैदान में सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सपा-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में जनसभा प्रस्तावित थी। मौसब खराब होने के चलते ऐन वक्त पर अखिलेश यादव का आना कैंसिल हो गया था।
इस दौरान सपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ रुचि वीरा ने मंच से लोगों को संबोधित किया था। इस दौरान रुचि वीरा ने कहा था कि पुलिस प्रशासन यहां से कांग्रेस के लोगों को हटाने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने पुलिस-प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी औकात में रहो,दलाल बनने का काम मत करो,तुम लोगों को आने से रोक नहीं पाओगे। वोट डालने के लिए इतनी लंबी-लंबी लाइनें लगेगी देखते रह जाओगे। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस भाजपा के एजेंट बनने का काम ना करें। लानत हैं तुम्हारे ऊपर, तुम जनता के सेवक होकर अपनी नौकरी से वफादारी नहीं कर रहे हो, देश के साथ वफादारी नहीं कर रहे हो। रुचि वीरा ने जनसभा में आए लोगों से आह्वान करते हुए कहा अपनी जगह पर बैठे रहो और इन्हें मुंहतोड़ जवाब दो।
मंच से तीखे तेवर दिखाने वाली रुचि वीरा के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी। लेकिन, अब उसी पुलिस ने रुचि वीरा के खिलाफ थाना मुगलपुरा में केस दर्ज कर दिया है। पुलिस ने अपनी एफआईआर में कुल पांच लोगों को नामजद किया है। जिसमें रुचि वीरा के अलावा सपा जिला अध्यक्ष जयवीर यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू, सपा नेता बाबर खा, मोहम्मद गनी शामिल हैं।
जिलाधिकारी मानवेंद्र का कहना है की यहां से नोटिस भी जारी किया गया था। उनका ये भी कहना है की जो हमारे पास फुटेज आए थे उसमें स्पष्ट था की उन्होंने पुलिस को धमकी दी है, जो की एमसीसी का उल्लंघन था। डीएम मानवेंद्र सिंह ने पुष्टि करते हुए ये भी बताया है की मामले में रुचि वीरा और उनके जिलाध्यक्ष सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।