कानपुर, (हि.स.)। आसमान में बादलों की आवाजाही के बाद भी बीते तीन दिनों से बारिश नहीं हो रही है। वहीं पश्चिमी हवाओं से तापमान भी बढ़ रहा है जिससे एक बार फिर लोगों को उमस भरी परेशान करने लगी। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की ट्रफ रेखा गंगा के मैदानी क्षेत्रों में आसपास टिकी हुई है। इससे मेघ गर्जना के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश की संभावना है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि उत्तरी बांग्लादेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ 90 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 25 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में समुद्र तल से 1.5 से 2.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है।
मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी और पूर्वी हिस्सा गोरखपुर, मधुबनी, किशनगंज और फिर पूर्व की ओर मणिपुर की ओर गुजर रही है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी गुजरात और आसपास के क्षेत्र पर समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। इससे गंगा के मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश स्थानीय स्तर पर होने की संभावना बढ़ गई है।
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 77 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 65 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 13.3 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के कारण 13 अगस्त तक मेघ गर्जना एवं बज्रपात के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।