जालौन (हि.स.)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि अपने गौवंशों को खुला न छोड़ें, इससे न सिर्फ यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है, अपितु दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। साथ ही वाहनों से टकराकर गौवंश घायल हो रहे हैं।
नगरीय क्षेत्र में देखने को मिला है कि पशुपालक अपनी गायों का दूध निकालने के बाद बाजार में खुला छोड़ देते हैं, जिससे महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धजनों को न सिर्फ आवागमन में असुविधा हो रही है, बल्कि उनसे आम नागरिक घायल भी हो रहे हैं। ऐसे लोग अपने गौवंशों को बांधकर रखें तथा निर्धारित चारागाह के अतिरिक्त अन्य जगह पर न जाने दें। उन्हाेंने कहा कि जनपद के गौवंश संरक्षण में अपना सक्रिय योगदान दें।
उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारी व समस्त पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि निजी पशुपालकों द्वारा निराश्रित गौवंश छोड़ देने वाले पशुपालकों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कड़ी कार्यवाही के साथ पांच साै रुपये का जुर्माना वसूला जाए। गौवंश को ससम्मान गौशाला में संरक्षित करें। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश गौशालाओं में संरक्षित होने के बाद भी निजी पशुपालकों द्वारा छोड़े गए गौवंश विचरण करते हुए पाए गए तो संबंधित खंड विकास अधिकारियों व अधिशासी अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।