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परिजन भरते रहे पंचनामा, उधर पोस्टमार्टम हाउस में बदल गए शव और हो गया अंतिम संस्कार

परिजनों ने पोस्टमार्टम कर्मचारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप

 

चौक कोतवाली में तहरीर देकर की कार्रवाई की मांग

 

लखनऊ। राजधानी के चौक थाना क्षेत्र स्थित पोस्टमार्टम हाउस में शव बदलने का मामला सामने आया जहां पोस्टमार्टम के बाद एक ही नाम की दो महिलाओं के शव आपस में बदल गए यहीं नहीं उनका अंतिम संस्कार भी हो गया। जब इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा और पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। बताते चले कि मड़ियांव थाना क्षेत्र के त्रिलोकी विहार कॉलोनी की रहने वाली संध्या त्रिवेदी (24) की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसके बाद मृतका के भाई सुमित तिवारी ने उसके ससुराल वालों पर जहर देकर हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था। लेकिन मंगलवार को संध्या का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था। बुधवार को पोस्टमार्टम होना था। वहीं उन्नाव जनपद के हसनगंज थाना क्षेत्र के अकबरपुर निवासी संध्या प्रजापति का भी शव मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा था। भाई विपिन ने बताया कि बहन संध्या की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

दोपहर में संध्या प्रजापति का पोस्टमार्टम हो चुका था। संध्या का नाम सुनकर सुमित तिवारी उसका शव लेकर गुलाला घाट पहुंचा और वहां शव का अंतिम संस्कार कर दिया। तभी, पोस्टमार्टम हाउस में संध्या प्रजापति के भाई विपिन ने शव को देखा तो वह हंगामा करने लगा। आरोप कि पोस्टमार्टम कर्मियों ने उसकी बहन का शव बदल दिया है। जिसके बाद पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने संध्या त्रिवेदी के भाई सुमित तिवारी को बुलाकर शव की पहचान कराई तो वह शव उसकी बहन का निकला। जिसके बाद विपिन प्रजापति ने पोस्टमार्टम कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते चौक कोतवाली में तहरीर दी है। वहीं केजीएमयू प्रशासन ने इस बात पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस शव लेकर आती है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव पुलिस को सौंपा जाता है। पुलिस ही परिजनों से शव को शिनाख्त करवाती है।इस मामले में लापरवाही किस की है। यह हो जांच का विषय है। जिससे केजीएमयू का कोई लेना देना नहीं है।

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