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नृशंस सामूहिक हत्याकांड : एक ही चिता पर जले मां-बेटे के शव, नौकर, ड्राइवर समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में…

 

-पुलिस की क्यौरी को पोसटमार्टम में भी नहीं मिली जगह

महमूदाबाद, सीतापुर। रामपुरमथुरा के पाल्हापुर गांव में हुए नृशंस सामूहिक हत्याकांड में मामला पेचीदा हो चला है। पुलिस की थ्योरी को मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी नकार दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने मृतक के नौकर, ड्राइवर समेत करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ शुरू कर रही है। घटना के दूसरे दिन गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। ऐतिहात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात है।

एक ही चिता पर जले मां-बेटे के शव

मालूम हो शुक्रवार की रात पाल्हापुर निवासी युवक अनुराग सिंह, उसकी मां सावित्री देवी, पत्नी प्रियंका सिंह, बेटी आश्वी और आरना, बेटे आदविक की नृशंस हत्या कर दी गई थी। बेटे व दोनों बेटियों के शव घर के बाहर दरवाजे पर पड़े मिले थे तथा मां का शव घर मे घुसते ही बांये कमरे में बिस्तर पर पड़ा मिला था। वहीं अनुराग सिंह का शव घर के पिछले कमरे में और प्रियंका सिंह का शव घर की पहली मंजिल की छत पर पड़ी चारपाई पर मिला था। पुलिस ने जांच के दौरान मौके से घटना में प्रयुक्त हथौड़ा व अवैध तमंचा बरामद करने का दावा किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में करीब रात 11 बजे मां सावित्री व बेटे अनुराग के शवों को एक ही चिता पर रख कर अजीत सिंह द्वारा मुखाग्नि दी गई। घटना में अन्य चार मृतक प्रियंका सिंह, आश्वी, आरना और आदविक के शवों को सीतापुर पीएम हाउस से ही मृतका प्रियंका के भाई अंकित सिंह लखनऊ लेकर चले गए थे। अंकित सिंह ने लखनऊ में ही चारों शवों का अंतिम संस्कार किया।

शवों को देखने के लिए जमा हो गया पूरा गांव

मृतका प्रियंका सिंह के भाई गोमती नगर विस्तार निवासी अंकित सिंह की मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बेटी आश्वी को पहले गोली मारी गई फिर उसे छत से फेंका गया, बेटी आरना व बेटे आदविक को छत से फेंका गया जिनके सरों में चोट लगने से उनकी मौत हुई है। मां सावित्री की मौत सिर पर किसी भारी चीज के वार से होना तथा प्रियंका को एक व अनुराग सिंह को भी गोली मारी गई है। जिससे उनकी मौत हुई है। ऐसे में एक अकेला व्यक्ति इतनी बड़ी घटना को अंजाम कैसे दे सकता है। शनिवार की देर रात पोस्टमार्टम के बाद अनुराग सिंह व उसकी सावित्री के शव उनके गांव पाल्हापुर पहुंचे तो कोहराम मच गया। शवों को देखने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस बल की मौजूदगी में गांव के दक्षिण निजी खेत में रात्रि करीब 11 बजे मां, व बड़े भाई की चिता को मुखाग्नि अजीत सिंह के द्वारा दी गयी।

साक्ष्य खंगालने में लगी स्वाट टीम

मां बेटे का अंतिम संस्कार होने के बाद स्वाट टीम व काइम ब्रांच पाल्हापुर गांव पहुंची। पुलिस ने यहां से परिवार के सदस्यों के मोबाइल डाटा को खंगालने के साथ अन्य साक्ष्य एकत्रित किये। पुलिस ने मृतक अनुराग के खेतों में मजदूरी करने वाले वीरेश चैहान और ट्रैक्टर चलाने वाले सर्वेश कनौजिया समेत आधा दर्जन को पूछताछ के लिए थाने ले गई। पुलिस मृतक अनुराग सिंह के घर में घटना के समय मौजूद रहे भाई अजीत सिंह मित्रों व रिश्तेदारों के साथ परिवारीजनों के मोबाइल की लोकेशन व सीडीआर और लोकेशन के आधार पर ही पुलिस जांच का दायरा बढाते हुए लोगों को पूछताछ के लिए बुला रही है। क्योंकि मृतक के साले व अन्य ग्रामीणों तथा रिश्तेदारों की नजर में घटना के सबसे ज्यादा संदिग्ध अजीत सिंह बताये जा रहे हैं।

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