-भ्रष्टाचार के प्रति योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत निगम ने बढ़ाई सक्रियता
-8445 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए, 214.45 टन बिना बुक भार भी पकड़ा
लखनऊ (हि.स.)। योगी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने सक्रियता बढ़ाकर न सिर्फ बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी को रोका है, बल्कि करोड़ों का अतिरिक्त राजस्व भी जुटाया है। इसी वर्ष अब तक की गई कार्रवाई पर नजर डालें तो अप्रैल से मई के बीच परिवहन निगम की विभिन्न जांच टीमों के द्वारा कुल 2,49,028 बसों की जांच की गई, जिसमें कुल 8445 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए एवं 214.45 टन बिना बुक भार पकड़ा गया। कार्रवाई में कुल 3.30 करोड़ रुपये प्रशमन शुल्क वसूला गया।
आगे भी होती रहेगी चेकिंग
यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि प्रवर्तन टीम द्वारा नियमित बसों की जांच की जाती है और गलत पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई भी होती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशानुसार प्रवर्तन द्वारा जांच अभियान समय-समय पर आगे भी किया जाता रहेगा, जिससे कि बिना टिकट यात्री एवं बिना बुक भार वाहन को रोका जा सके।
प्रबंध निदेशक यूपीएसआरटीसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के टाटा सूमो दल मुख्यालय नियंत्रित यातायात अधीक्षकों द्वारा पूरे प्रदेश में अप्रैल एवं मई में क्रमशः 19,741 एवं 17,286 बसों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान क्रमशः 1131 एवं 1275 यात्री बिना टिकट पकड़े गए, जबकि बिना बुकिंग 40,025 एवं 32,350 भार का वाहन किया जा रहा था। ब्रेथ एनलाइजर द्वारा क्रमशः 4635 एवं 3593 बसों की चेकिंग की गई।
बड़ी मात्रा में पकड़ा बिना बुक किया समान
एमडी यूपीएसआरटीसी ने बताया कि टाटा सूमो दल के अतिरिक्त यातायात अधीक्षकों की इन्टरसेप्टर टीम ने माह अप्रैल में 11,164 बसों की जांच की, जिसमें 573 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए और 15,500 किग्रा बिना बुक किया गया भार पकड़ा गया। वहीं मई में 17,125 बसों की जांच में 1109 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पाए गए, जबकि 32,350 किग्रा बिना बुक भार पकड़ा गया।
इसी प्रकार क्षेत्रीय दल द्वारा माह अप्रैल एवं माह मई में क्रमशः 92,599 एवं 91,113 बसों की चेकिंग की गई। जांच में क्रमशः 2057 एवं 2300 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए एवं 86,500 किग्रा व 74,325 किग्रा बिना बुक भार पकड़ा गया।