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दो मासूम बच्चों समेत मां के जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले की जांच शुरू, जानें पूरा मामला

 

-आत्महत्या करने से पहले निजी कंपनी की बस से दिल्ली जाने को लिया था टिकट

हमीरपुर  (हि.स.)। भाई से झगड़कर घर से दिल्ली जाने के लिए निकली मोहिनी ने अपने दो बेटों के साथ मुस्करा कस्बा के बैंक ऑफ बड़ौदा के पीछे खाली पड़ी जगह में जहर खाकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। रविवार को पुलिस ने इसे संज्ञान लेते हुए प्रत्येक पहलू की जांच में जुट गई।

 

मृतक मोहिनी (26) अपने घर बंडवा से करीब 09 बजे दिल्ली जाने के लिए अपने दोनों बच्चों गौतम और हर्ष के साथ निकली थी। दोपहर करीब 01 बजकर 26 मिनट पर वह दिल्ली जाने वाली प्राइवेट कंपनी की बस के ऑफिस बीटी ट्रैवल्स पहुंची।

ट्रैवल्स के संचालक ने बताया कि मोहिनी अपने बैग और बच्चों सहित ऑफिस आई थी और दिल्ली के परी चौक के लिए सिंगल स्लीपर का टिकट बुक कराया था जो कि एक हजार रुपये का था। जिस पर मोहिनी ने उसे 500 दिए और शाम को 6 बजे जाने वाली गाड़ी से जाने की बात कही और कहा कि बाकी के 500 रुपये बस जाने से पहले दे देगी।

 

अपना बैग ट्रैवल्स के ऑफिस में रखकर वहीं बाहर बैठ गई। ट्रैवल्स संचालक ने कहा कि जब आई थी तब मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी और ऑफिस के बाहर भी बहुत देर बैठकर मोबाइल से बात करती रही। फिर बच्चों के साथ बाजार की तरफ निकल गई। लौट कर आई तो ट्रैवल्स ऑफिस के नीचे एक मोबाइल शॉप के बाहर बैठकर बहुत देर तक फोन पर बात करती रही। यह सब मोबाइल शॉप में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। लोगों का कहना है कि मोबाइल में बात करने के दौरान उसका किसी के साथ झगड़ा हुआ होगा। इसी को लेकर उसने ऐसा कदम उठाया। तो वहीं उसके पास जहरीला पदार्थ कहां से आया यह अब तक अनसुलझा सवाल बना हुआ है।

 

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शशि पांडेय ने बताया कि मृतका का मोबाइल पुलिस के पास सुरक्षित है। जिसे एक्सपर्ट से खुलवाकर कॉल डिटेल निकाली जा रही है। जांच में जो भी सामने आएगा, उससे पूछताछ की जाएगी। उधर रविवार को मोहिनी की मां राजकुमारी और भाई गोलू परिजनों के साथ शवों के पोस्टमार्टम के लिए गए हैं। बतादें कि मोहिनी और बड़े बेटे गौतम का पोस्टमार्टम राठ में हो रहा है, जबकि छोटे बेटे हर्ष का हमीरपुर में।

वहीं इस घटना को लेकर बंडवा के पूर्व प्रधान अवधेश सोनकिया ने रविवार को कहा कि पति हेमंत से अलग होने के बाद मोहिनी आर्थिक समस्याओं से जूझ रही थी। दो बच्चों समेत अपना खर्च उठाना उसके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। मायके पक्ष के लोग भी मदद नहीं कर रहे थे, जिससे वह बहुत परेशान भी थी। कहा कि तीनों के एक साथ जहर खाकर मरने की घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीण उसके कष्ट भरे जीवन को लेकर संवेदना जाता रहे हैं। बताया कि पूरा गांव तीनों शवों के आने का इंतजार कर रहे हैं। मृतका के भाई गोलू ने बताया कि बहनोई हेमंत से संपर्क नहीं हुआ है। कहा कि उनके पास उसका न तो फोन नंबर है और न ही उनसे किसी प्रकार का संपर्क। कहा कि मालूम नहीं उसको इस घटना की जानकारी है भी या नहीं।

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