नई दिल्ली (ईएमएस)। देश में इस समय एक ओर जहां भारी बारिश से लोग पेरशान हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भीषण गरमी व लू के प्रकोप से लोगों की जान पर बन आई है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में आज सुबह बारिश होने से गर्मी से बेहाल लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं यूपी और बिहार के कई जिलों में लू से लोगों की जान जा रही हैं। इस समय ओडिशा, झारखंड समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। हीटवेव के चलते पूर्वी उप्र के बलिया जिले के साथ-साथ पड़ोसी बिहार राज्य में 15 जून से अब तक कम से कम 150 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर और पूर्वी भारत में चिलचिलाती धूप और गर्मी से लोग परेशान हैं। हालांकि यूपी में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम रविवार को बलिया पहुंची। यहां यूपी के जिला अस्पताल में 103 लोगों की मौत दर्ज की गई है। हालातों को देखते हुए डेप्युटी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने कहा है कि हीट से संबंधित मामलों को लेकर राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में 15 जिले हीटवेव की चपेट में हैं, जिसमें 10 में गंभीर लू की स्थिति बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले दो दिनों में हीटवेव से 47 मौतें हुई हैं। पटना के दो अस्पतालों में ही 35 मरीजों की जान चली गई। यहां 200 से ज्यादा मरीजों का डायरिया और उल्टी का इलाज चल रहा है।
गर्मी से बचने के लिए घर से न निकलें
भीषण गर्मी से यूपी में मौतें होने लगीं, तो प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी। वरिष्ठ नागरिकों और बीमार लोगों को आगाह करते हुए दिन के समय घर के अंदर ही रहने को कहा है। यूपी संक्रामक रोग विभाग के डायरेक्टर डॉ. ए के सिंह ने कहा कि अस्पताल के रेकॉर्ड के अनुसार 54 मौतें रिपोर्ट हुई हैं। जिसमें 15 जून को 23, 16 जून को 20 और 17 जून को 11 मौतें हुईं। इनमें 60 प्रतिशत मौतें दूसरी बीमारियों के चलते हुई हैं। जबकि 40 प्रतिशत लोगों को बुखार के कारण भर्ती किया गया था। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मरीजों को चेस्ट पेन, सांस लेने में परेशानी और बुखार के चलते भर्ती किया गया था। मरीजों की जांच की जा रही है कि क्या किसी कॉमन सोर्स जैसे पानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को हटाया
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को गलत बयानी के चलते हटा दिया गया है। बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह ने मौतों को लेकर गलत आंकड़ा पेश किया था। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को हटाया गया है क्योंकि उन्होंने लापरवाही भरा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे हर मरीज की पहचान करें और उसे बेहतर इलाज उपलब्ध कराएं।
चेन्नई, असम और राजस्थान में बाढ़ जैसी स्थिति
देश की राजधानी दिल्ली में आज जहां बारिश से मौसम सुहावना हो रखा है, वहीं उत्तर भारत के दूसरे राज्यों में गर्मी और लू जानलेवा बनती जा रही है। भीषण गर्मी के चलते बिहार और यूपी में मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। दूसरी ओर चेन्नई और राजस्थान में बीते दो दिनों से इतनी बारिश हो रही है कि वहां के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। भीषण गर्मी के चलते उत्तर भारत के कुछ इलाकों में लोगों का जीना मुश्किल हो रखा है। यूपी और बिहार में तो मौत का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। यूपी में जहां अब तक 103 तो बिहार में 47 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, ओडिशा में भी लू से 1 की मौत हुआ है। एक अपुष्ट जानकारी के अनुसार, 20 लोगों की मौत ओडिशा में गर्मी से हो चुकी है।
स्कूलों में छुट्टी, उड़ानें प्रभावित
देश के उत्तरी इलाकों में जहां लू से लोगों की जान जा रही है। वहीं, चेन्नई और असम में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। कई रहवासी इलाकों में बारिश का पानी भर गया है। चेन्नई और इसके उपनगरीय इलाकों में रातभर हुई भारी बारिश के कारण अधिकारियों ने सोमवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी। हवाई अड्डे पर अंतर्राष्ट्रीय उड़ान संचालन भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि दोहा और दुबई से आने वाली लगभग 10 उड़ानें बेंगलुरू की ओर मोड़ दी गईं।वहीं दूसरी ओर राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर दिख रहा है। वहां के कई इलाकों में भारी बाढ़ आ गई है। यूपी के अकेले बलिया में बीते नौ दिनों में 103 लोगों की मौत हुई है। वहीं, देवरिया में पिछले 24 घंटे में 52 लोगों की मौत हुई है, लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि मौत लू से हुई है। मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार और पूर्वी यूपी में अगले दो दिनों तक लू चल सकती है और 20 जून के बाद यह कम हो जाएगी।