नेपाल में शुक्रवार को 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। इससे दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में तेज झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र में नेपाल में 10 किलोमीटर जमीन के नीचे था। इससे पहले 22 अक्टूबर को दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता 6.1 थी। भूकंप का केंद्र नेपाल बताया गया। भूकंप का समय 11.32 मिनट रहा। भूकंप के झटके यूपी के साथ ही बिहार में महसूस किए। भूकंप का झटका इतना जबरदस्त था कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। एनसीआर में मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले लोग अपने फ्लैट से बाहर निकल आए।
एक्सपर्ट का दावा- अरावली पर्वतमाला की दरार एक्टिव हुई, आते रहेंगे भूकंप
जयपुर जोन-2 और पश्चिमी राजस्थान जोन-3 में आता है। इसमें सामान्य भूकंप के झटके आते हैं। भूगोल के जानकार डॉ. राजेंद्र सिंह राठौड़ के अनुसार अरावली पर्वतमाला के पूर्व में एक भ्रंश रेखा(दरार) है। यह भ्रंश रेखा राजस्थान के पूर्वी तट से होते हुए धर्मशाला तक जा कर मिलती है। इसमें राजस्थान के जयपुर, अजमेर, भरतपुर इलाके शामिल हैं।
एक्सपर्ट का कहना है कि अरावली पहाड़ में जो दरारे हैं, उनमें हलचल शुरू हो चुकी है। अब ऐसे भूकंप के झटके जयपुर समेत इससे सटे हुए अन्य इलाकों में भी आते रहेंगे।
यूपी, बिहार में भी महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके यूपी से लेकर बिहार तक महसूस किए गए। यूपी, बिहार में जब भूकंप आया उस समय तक अधिक लोग सो चुके थे। ऐसे में अचानक भूकंप के झटकों से लोगों की नींद खुल गई। लोग घबराकर अपने घरों से बाहर आ गए। भूकंप के झटकों से घर का सामान हिलने लगा। भूकंप के बाद लोग अपने घरों के भीतर जाने से डर रहे थे। लोगों के मन में डर था कि कहीं भूकंप के झटके दुबारा ना आ जाएं। पटना में स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें भूकंप के झटके 25 से 30 सेकंड तक महसूस हुआ। लोगों ने बताया कि अभी हम लोग सोने की तैयारी में थे तभी अचानक पलंग हिलने लगा।
लखनऊ में सोसायटी से बाहर निकले लोग
लखनऊ में भी लोगों को 30 से 40 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस हुए। लोगों का कहना था कि वह सोए हुए थे तभी लगा कुछ तेजी से हिल रहा है। अचानक उठकर बाहर देखा तो लोग बाहर इकट्ठा हो गए। लोगों का कहना था कि पहली बार इतनी देर तक भूकंप का झटका महसूस हुआ। एक व्यक्ति ने बताया कि पहली बार में लगा कि चक्कर आ रहे हैं, फिर देखा तो फैन भी हिल रहा था। इसके बाद हम लोग नीचे की तरफ भागे। सोसायटी के लोगों ने बताया कि उनके घरों के झूमर भी हिलने लगे।