हरदोई (हि.स.)। सामूहिक दुष्कर्म के बाद वीडियो वायरल होने से आहत होकर फांसी लगाकर जान देने का प्रयास करने वाली पीड़ित महिला का अब पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है। उसने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह थाने के सामने आत्मदाह कर लेगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
पीड़ित महिला का कहना है कि पुलिस उस पर नाजायज दबाव बना रही है। घर में आकर उससे एक कागज पर बिना पढे़ ही हस्ताक्षर करने का दबाव डाल रही है लेकिन उसने साफ मना कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस आरोपिताें से मिली हुई है। पुलिस एक आरोपित जिसे जेल भेजा जा चुका है को, छोड़कर शेष आरोपितों को बचाने का कुचक्र रच रही है। पुलिस की इस कार्यशैली के चलते सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित खुले में घूम रहे हैं। ऐसे में पीड़िता को किसी बड़ी अनहोनी की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि कोतवाली शाहाबाद के एक मोहल्ले की निवासिनी 32 वर्षीय महिला ने गैंगरेप के बाद वीडियो वायरल कर देने से आहत होकर गत सात नवम्बर की रात फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया था। पति उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहाबाद में उपचार के लिए लाया, जहां से उसे जिला अस्पताल हरदोई रेफर कर दिया गया।
पीड़ित महिला ने अपने बयान में बताया था कि पांच माह पूर्व जब उसका पति रिक्शा चलाने के लिए घर से बाहर गया था, उसी समय कुछ लोगों ने आकर बंदूक की नोक पर उसका अश्लील वीडियो बना लिया। उसके साथ गैंगरेप किया। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन लोगों ने कई बार उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म के साथ-साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया। इसके बाद आरोपितों ने उसका वीडियो भी सार्वजनिक कर दिया था। इससे आहत होकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस ने महिला की शिकायत पर कोतवाली में हरीराम, राजवीर, प्रमोद, हजारी एवं अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस अभियुक्त प्रमोद को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि अन्य आरोपी खुले आम घूम रहे हैं।