-लोनी विधायक ने पुलिस कमिश्नर पर लगाए गंभीर आरोप, की कार्रवाई की मांग
गाजियाबाद (हि.स.)। डासना देवी मंदिर में महा पंचायत को लेकर रविवार को दिनभर पुलिस में मंदिर में जाने वाले लोगों के बीच तकरार चलती रही । बाद में एडीसीपी वर्तक एडीसीपी की दिनेश के साथ वारदात तक वार्ता के बाद पंचायत को स्थगित कर दिया गया। हालांकि इससे पहले महापंचायत की अनुमति न दिए जाने के बावजूद मंदिर परिसर में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले लोगों को पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ दिया। वहीं लोनी के भाजपा विधायक को भी उनके समर्थकों के साथ मंदिर परिसर में नहीं जाने दिया। इसके बाद नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप जड़ दिए। उन्होंने यहां तक कहा कि पुलिस का एक उच्च अधिकारी वायसराय बना हुआ है और इस जिले आग में झोंकना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी जिहादियों से मिला हुआ है। यही कारण है कि वह देवी मंदिर पर हमला करने का प्रयास करने वाले जिहादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर मंदिर में स्वास्थ्य कैंप लगाने जा रहे डॉक्टर बी पी त्यागी को भी पुलिस ने रोक दिया। इसको लेकर पुलिस और डॉक्टर त्यागी के बीच भी तीखी नोक-झोंक हुई। फिलहाल डासना मंदिर पर बुलाई गई महापंचायत स्थगित कर दी गई है।
पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद हाई-वे पर सर्विस लेन पर ही धरने पर बैठे लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर एडीसीपी दिनेश कुमार पी. के मान मनव्वल के बाद उठ गए। विधायक ने तीन मांगे रखते हुए एक सप्ताह एक सप्ताह का समय देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चेताया कि एक सप्ताह में मांगें नहीं मानी गईं तो पूरा सनातन फिर इकट्ठा होगा। विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए सीधे पुलिस कमिश्नर पर ही एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
विधायक ने कहा यह देश को हिलाने वाली बात है कि आस्था पर हमला किया गया। उस हमले से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित है। हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर उन्हें फांसी दी जाए। विधायक ने कहा कि अभी तक एक पूर्व विधायक और जितने जिहादी हमलावरों को उकसा रहे थे उनमें से एक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीएम गाजियाबाद मामले ने मामले को बातचीत करके समाप्त करा दिया था लेकिन एक अधिकारी जिले को जलाना चाहता है, उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो। भाजपा नेता और दूधेश्वर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष यतेंद्र नागर भी विधायक के साथ खड़े नजर आए।
इससे पहले डासना देवी मंदिर के आसपास भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे और मंदिर परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इस कारण बाहर से आए व्यक्ति मंदिर में प्रवेश नहीं कर सके इस दौरान जिन लोगों ने कोशिश की उनमें 40 लोगों को हिरासत में लिया गया वहीं सैकड़ो लोगों को लाठी फटकार कर खदेड़ दिया गया।
एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि पुलिस के रोके जाने के बाद बेरिकेडिंग तोड़ने और निषेधाज्ञा का उलंघन करने के आरोप में 40 लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया है कि माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी हो, कानून उसके खिलाफ सख्ती से निपटेगा।