बेगूसराय (हि.स.)। जीविकोपार्जन के क्षेत्र में जीविका दीदियों द्वारा नित्य नया नवाचार किया जा रहा है। बेगूसराय में कृषि, गैर कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र से जुड़कर तीन लाख से अधिक जीविका दीदियों का जीवन बदल रहा है। जीविकोपार्जन की इसी प्रकार की गतिविधियों में एक नवोन्मेष गतिविधि ”नमक” के विपणन का है।
इस क्षेत्र में बेगूसराय में जीविका दीदियों ने कदम बढ़ाकर एक नया इतिहास रच दिया है। बिहार में जीविका दीदियों द्वारा नमक के विपणन के क्षेत्र में यह पहला प्रयास है। इस कार्य के लिए जीविका द्वारा प्रथम चरण में बेगूसराय के दस प्रखंडों में नमक के विपणन का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रथम चरण की सफलता एवं अनुभवों के बाद जिले के शेष प्रखंडों में भी इस कार्य को आगे बढ़ाने की योजना है।
नमक के व्यवसायिक सफलता एवं अनुभवों के बाद जीविका बेगूसराय की दीदियों द्वारा रोजमर्रा की जरूरतों की अन्य वस्तुओं के बिक्री के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया जाएगा। जीविका दीदियों के आजीविका संवर्धन के लिए बेगूसराय में विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। ऐसे में जल्द ही जीविका ब्रांड नाम से नमक का व्यापार शुरू किया जाएगा। इसकी तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का है यह व्यवसाय मॉडल :
आजीविका संवर्धन के तहत विभिन्न हस्तक्षेपों के अतिरिक्त राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) द्वारा सुझाए गए व्यवसाय मॉडल एवं राज्य सरकार के सहयोग से ‘सांभर नमक‘ के विपणन के क्षेत्र में जीविका बेगूसराय द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। जीविका द्वारा बिक्री किया जा रहा नमक केंद्र सरकार के ‘मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज‘ के सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज-हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड (एचएसएल) की सब्सिडियरी कंपनी ‘सांभर साल्ट लिमिटेड‘ का उत्पाद है।
उद्यम और अनुभव के आधार पर शुरू हुआ यह मॉडल :
सांभर साल्ट खाने योग्य आयोडाइज्ड नमक एवं क्षार आर्गेनिक नमक बनाती है। हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने हाल में बेगूसराय जीविका के सामुदायिक संगठनों के साथ बैठक कर नमक के व्यवसायिक संभावना पर विस्तार से चर्चा की थी। दीदियों के उद्यम और अनुभवों के आधार पर व्यवसाय मॉडल को अंतिम रूप दिया गया। इस व्यवसाय माॅडल में जीविका दीदियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए नामित नोडल सामुदायिक संगठन जीवन जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ बरौनी को नमक उपलब्ध कराया गया है।
प्रथम चरण में 50 टन बिक्री का है लक्ष्य :
इस सीएलएफ द्वारा मांग के आधार पर विभिन्न प्रखंडों, सीबीओएज, स्वरोजगारी, जीविका ग्रामीण बाजार सहित व्यक्तिगत खरीदारों की मांगों की पूर्ति की जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट में शुरू इस कार्य के प्रथम चरण में एसएसएल की मदद से प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत प्रथम चरण में 50 टन नमक बिक्री का लक्ष्य है। इस चरण में दस प्रखंडों जिसमें बरौनी, तेघड़ा, बछवाड़ा, सदर, मटिहानी, वीरपुर, गढ़पुरा, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं बखरी में नमक की बिक्री की जा रही है।
हर घर तक गुणवत्ता युक्त नमक पहुंचाने का लक्ष्य :
नमक की बिक्री ग्राम संगठन, संकुल संघ, दीदी की रसोई, रूरल रिटेल मार्ट, सतत जीविकोपार्जन योजना के स्वरोजगारी, अन्य दुकानदार के साथ जीविका दीदियों के बीच की जा रही है। आने वाले दिनों में इस गुणवत्ता युक्त नमक को हर घर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। बताया गया है कि राजस्थान में स्थित सांभर झील में ताजे वर्षा जल से नमक का उत्पादन किया जाता है। यह नमक प्राकृतिक रूप से आयोडीन युक्त है, इसमें कई लाभकारी खनिज तत्व पाए जाते हैं। सांभर नमक उच्च गुणवत्ता युक्त नमक है जो हमारी स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करता है।
नमक विपणन का उद्देश्य है दीदियों की आर्थिक उन्नति :
जीविका दीदियों के बीच जीविकोपार्जन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनकी स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से जीविका द्वारा नमक विपणन का कार्य शुरू किया गया है। इस गतिविधि द्वारा जीविका दीदियां, जीविका के सामुदायिक संगठन जहां एक नई आर्थिक गतिविधि से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। प्राकृतिक रूप से आयोडीन युक्त एवं गुणवत्ता पूर्ण इस नमक के उपयोग से उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। एसिडिटी के रोकथाम में मदद मिलेगी तथा तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली भी बेहतर बनेगा।
जीविका दीदियों को मिलेगा रोजगार का नया माध्यम :
इस कार्य से दीदियों के बीच गुणवत्ता युक्त नमक की बिक्री की जा रही है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह नमक काफी फायदेमंद है। इस नमक से दीदियों को जहां कई प्रकार के बीमारियों से राहत मिलेगी, वहीं उन्हें रोजगार के एक नए माध्यम की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। नमक की बिक्री से होने वाली बचत से दीदियों के आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग खुलेगा और इस कार्य से खुशहाल समाज बनाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही जीविका द्वारा दीदियों को लखपति बनाने की योजना को भी बल मिलेगा।
मिली सफलता तो तैयार होने लगेगा ‘जीविका‘ ब्रांड नमक :
अभी जीविका द्वारा नमक के विपणन कार्य को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जा रहा है। इसकी सफलता के बाद जीविका बेगूसराय द्वारा ‘जीविका‘ ब्रांड के नाम से नमक का व्यापार शुरू किया जाएगा। इसके लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है। नोडल एजेंसी का चयन, स्टोरेज, विपणन व्यवस्था एवं प्रचार-प्रसार आदि की तैयारी पूरी की जा चुकी है। पायलट के अनुभवों के आधार पर आने वाले दिनों में विपणन रणनीतियों को और भी ज्यादा कारगर किया जाएगा। इसके साथ ही जीविका दीदियों द्वारा आने वाले दिनों में रोजमर्रा से जुड़े विभिन्न वस्तुओं की बिक्री में हाथ आजमाया जाएगा।