गले व आंख में चोट के निशान,पोस्टमार्टम रिपोर्ट खोलेगी मिस्टी की मौत का राज।
इज्जतनगर में इंस्पेक्टर की लापरवाही से गई मासूम की जान से भी नहीं लिया सबक।
अबअमृत सरोवर तालाब में सर के बल खड़ी मिली युवक की लाश।
बरेली। पिछले कुछ दिनों से हो रहे हादसे से जहां लोग सहमे हुए नजर आ रहे हैं, वहीं पुलिस की लापरवाही भी साफ नजर आ रही है। थाना इज्जतनगर के शिकारपुर चौधरी में चार साल की मासूम की हत्या इंस्पेक्टर की लापरवाही का ही नतिजा है।
इज्जतनगर थाना क्षेत्र में चार साल की मासूम की हत्या कर दी गई,और शव पडोस मे रहने वाली रिशते की ताई के घर मिला। इस मामले मे इज्जतनगर इंस्पेक्टर की बडी लापरवाही सामने आई है। बताते हैं कि बच्ची के पिता द्वारा बच्ची के गायब होने के दिए गए प्रार्थनापत्र को इज्जतनगर इंस्पेक्टर ने गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतिजा यह हुआ कि चार साल की मासूम की जान चली गई। अगर इंस्पेक्टर ने इस मामले को गंभीरता से लिया होता, तो मासूम की जान बच सकती थी। पुलिस कप्तान द्वारा मामले का संज्ञान लेने के बाद ही थाना पुलिस हरकत में आई थी।
बरेली। हम उसे बच्ची का दर्द तो बयां नहीं कर सकते, कुछ हद तक महसूस करने की कोशिश करते हैं। उसे मासूम बच्ची ने कभी सोचा नहीं होगा कि मेरे साथ कोई इतना बड़ा हादसा होगा? जरा सोचिए कि हमारी अगर जरा सी उंगली कट जाए, तो दर्द के मारे आह निकल जाती है। पर उस मासूम बच्ची का दर्द सोच कर रूहकाप जाती है और आंखों से आंसू निकलने को मजबूर हो जाते हैं। हर कोई मां-बाप अपने बच्चों से इतनी मोहब्बत करते हैं कि वह अपने बच्चों को जरा सा अगर कांटा भी लग जाए तो उनके दिल को चुपता है। अब आप इस बात से अंदाज लगाइए कि उसे बच्ची के साथ क्या हैवानियत की होगी? जैसे की आंखों पर चोट के निशान, मुंह में ठुसा हुआ कपड़ा, उस बच्ची की आह और कितनी दर्दनाक मौत हुई होगी? उसे मासूम बच्ची ने कभी सोचा भी नहीं होगा इस दुनिया में इंसानियत बिल्कुल मर चुकी है। और उसको किस गुनाह की सजा मिली है। उस मासूम ने अभी तो सही से दुनिया देखी भी नहीं थी।
इसके अलावा बहेडी में एक तांत्रिक द्वारा एक बच्ची की मौत होने का मामला भी हुआ है, इसमे भी अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रविवार को भोजपुरा में एक हादसा हो गया। भोजीपुरा थाना के गांव सहायपुर निवासी 28 वर्ष लाल सिंह पुत्र बाबूराम बीती रात घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित अमृत सरोवर तालाब में डूबने से मौत हो गई, मृतक के घर वालों ने किसी भी रंजिस से इंकार करते हैं। लाल सिंह शनिवार दोपहर में बिना बताएं घर से बाहर गया था,और शाम तक जब वह घर वापस नहीं लौटा तो उसे तलाशने की कोशिश शुरू की गई, घर के लोग जब उसे तलाश रहे थे,तभी एक गांव के आदमी ने बताया अमृत सरोवर तालाब की सीढ़ियों पर बैठे देखा था। परिजनों ने वहां देखा,तो अमृत सरोवर तालाब के अंदर सिर के बल अंदर पड़े मिले तालाब से निकाला और घटना की जानकारी पुलिस को दी जो मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी दी है।